उज्जैन, 3 जुलाई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक महिला इंजीनियर को 60 हजार रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने पकड़ा। महिला इंजीनियर पर आरोप है कि उसने ठेकेदार से भुगतान के एवज में रिश्वत मांगी थी। जानकारी के अनुसार क्षीरसागर इलाके में रहने वाले ठेकेदार अक्षय पाटीदार ने राशि का भुगतान नहीं होने और रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए लोकायुक्त पुलिस में शिकायत की थी।
इस शिकायत में कहा गया था कि अक्षय पाटीदार द्वारा अपनी फर्म मानसीश्री के नाम से ग्राम कालूखड़ी और जीतर खेड़ी में जल जीवन मिशन में वर्ष 2020 में ठेका लिया था, जो 2021 में चार माह के विलंब से पूरा किया।
विलंब अवधि का निराकरण कराने के एवज में सहायक यंत्री निधि मिश्रा द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारी एवं स्वयं के नाम पर रिश्वत की मांग की जा रही थी। ठेकेदार की ओर से की गई शिकायत के आधार पर लोकायुक्त ने पूरे मामले की जांच की और बुधवार को एक रणनीति बनाई। इसके मुताबिक ठेकेदार लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी उपखंड कार्यालय पहुंचे और उन्होंने 60 हजार रुपए की रिश्वत दी, जो टेबल के दराज में इंजीनियर निधि मिश्रा ने रखवाई।
लोकायुक्त के दल ने इसी दौरान सहायक यंत्री निधि मिश्रा को रंगे हाथों पकड़ लिया। बताया गया है कि कोरोना काल में ठेकेदार तय समय सीमा पर अपना काम पूरा नहीं कर पाया था। निर्माण कार्य में विलंब हुआ था और उसी के चलते बकाया राशि 10 लाख रुपए का भुगतान रोक दिया गया था। इस लंबित राशि के भुगतान के लिए 60 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई थी।
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