मुम्बई, 11 अप्रैल (आईएएनएस)। विदेशी बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों के बीच कंपनियों के तिमाही परिणाम के निराशाजनक रहने की आशंका निवेशकों पर हावी रही, जिससे सोमवार को घरेलू शेयर बाजार लाल निशान में बंद हुये।दिन भर की भारी उठापटक के बाद बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 482.61 अंक या 0.81 प्रतिशत की गिरावट में 58,964.57 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 0.69 प्रतिशत यानी 109.40 अंक की गिरावट में 17,674.95 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की 30 में से 23 कंपनियां लाल निशान में और सात हरे निशान में रहीं। एचसीएल टेक (NS:HCLT) को सर्वाधिक नुकसान उठाना पड़ा।
बीएसई में यूटिलिटीज और बिजली के सूचकांक में रिकॉर्ड पांच प्रतिशत से अधिक की तेजी रही। तेल एवं गैस समूह, रिएल्टी और ऊर्जा क्षेत्र का प्रदर्शन भी अच्छा रहा।
हालांकि, आईटी और टेक समूह के साथ पूंजीगत वस्तुओं में हुई बिकवाली से शेयर बाजार गिरावट में बंद हुआ। विदेशी बाजारों से मिले नकारात्मक संकेत भी बाजार पर पूरे दिन हावी रहे।
निफ्टी की 50 में से 29 कंपनियां गिरावट में और 21 तेजी में रहीं। ग्रासिम (NS:GRAS), अडानी पोर्ट्स, सिप्ला, अपोलो हॉस्पिटल और जेएसडब्ल्यू स्टील के शेयरों में तेजी रही जबकि एचसीएल टेक, एलएंडटी, इंफोसिस (NS:INFY), विप्रो (NS:WIPR) और एसबीआई (NS:SBI) लाइफ सर्वाधिक घाटा उठाने वाली शीर्ष पांच कंपनियां रहीं।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के मुताबिक ईसीबी की बैठक, अमेरिकी के महंगाई दर के आंकड़े और घरेलू बाजार में कंपनियों के तिमाही परिणाम के अांकड़े के जारी होने से पहले निवेशकों ने सतर्क रूख अपनाया हुआ है। आईटी कंपनियों के निराशाजनक प्रदर्शन की आशंका के कारण आईटी समूह में गिरावट रही है।
दिग्गज आईटी कंपनी टीसीएस के तिमाही परिणाम सोमवार को ही जारी होने हैं।
--आईएएनएस
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