नोएडा/दिल्ली, 21 मई (आईएएनएस)। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने हीटवेव को लेकर एडवाइजरी जारी की है। दूसरी ओर राजकीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान ग्रेटर नोएडा ने बताया है कि आने वाले कुछ दिनों तक लोगों को हीटवेव से बचकर रहना होगा। राजधानी दिल्ली में अगर अधिकतम तापमान की बात करें तो मंगलवार शाम 5:30 बजे आईएमडी से मिले आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में ओवरऑल तापमान 42.4 डिग्री रहा है और न्यूनतम तापमान 30.7 डिग्री दर्ज किया गया था।
इसके अलावा दिल्ली में भी बिजली की मांग ने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। दिल्ली में मंगलवार दोपहर 3.33 बजे पीक पावर डिमांड 7,717 मेगावाट तक पहुंच गई थी। यह दिल्ली के इतिहास में पहली बार हुआ है। इससे पहले 29 जून 2022 को 7,695 मेगावाट की पीक पावर डिमांड थी।
संभावना जताई गई है कि दिल्ली के इतिहास में पहली दफा इस बार पीक पावर डिमांड 8,000 मेगावाट पार हो जाएगी। दूसरी ओर नोएडा के अलावा ग्रेटर नोएडा, जो अब तक 'नो पावर कट जोन', के नाम से जाना जाता था, यहां भी कई घंटे की बिजली कटौती देखने को मिल रही है। इसके विरोध में लोग सड़कों पर भी उतर रहे हैं।
जिला अस्पताल समेत नोएडा के कई अन्य अस्पतालों में 30 प्रतिशत मरीज हीटवेव से परेशान होकर पहुंच रहे हैं। इसे देखते हुए जिला अस्पताल में हीटवेव को लेकर अलग वार्ड तैयार किया गया है। राजकीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा की एडवाइजरी में बताया गया है कि 22 से लेकर 25 मई तक हीटवेव का सबसे ज्यादा असर रहने वाला है और तापमान अपने उच्चतम स्तर तक जा सकता है।
हीटवेव से होने वाली दिक्कतें और उनके लक्षण भी जारी की गई एडवाइजरी में बताए गए हैं। इनमें पानी की कमी होने से शरीर में ऐंठन, थकावट, हीट स्ट्रोक, कमजोरी, चक्कर आना, सिरदर्द, मतली, उल्टी, मांसपेशियों में ऐंठन शामिल हैं। बताया गया है कि धूप के सीधे संपर्क में आने से बचें, खासकर सुबह 10 से दोपहर 3 बजे के बीच।
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