पटना, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार भाजपा के नेता शनिवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के नेतृत्व में राजभवन पहुंचे और राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा। राजभवन से निकलने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार में हिंदुओं के साथ भेदभाव हो रहा है। बेगूसराय में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शिवलिंग को तोड़ा और चार दर्जन हिंदुओं को इसमें फंसाकर जेल भेज दिया गया। दुर्गा पूजा में शिक्षकों का आवासीय प्रशिक्षण कराया जा रहा है जबकि शुक्रवार को जुम्मे के दिन छुट्टी दी जाती है। मुसलमानों का त्योहार होता है तो बिहार की सरकार छुट्टी दे देती है लेकिन हिंदुओं के त्योहार में छुट्टी रद्द कर दी जाती है।
राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि बेगूसराय में मुस्लिम समुदाय के युवकों द्वारा हिंदू बनकर जिस प्रकार लगातार दलित एवं पिछड़े वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के भोली-भाली बच्चियों को अपहरण कर सुनियोजित रूप से शादियां की जा रही है, यह चिंता का विषय है।
बीरपुर प्रखंड के सरौजा गांव में क्रमिक रूप से पांच दलित बच्चियों को अगवा कर उनसे धर्म परिवर्तन कराकर शादियां की गई। आरोप लगाया गया है कि इन घटनाओं के पीछे राज्य सरकार संपोषित जिला प्रशासन इसका खुलेआम संरक्षण कर रही है।
ज्ञापन में आगे लिखा गया है कि फुलवारीशरीफ के पीएफआई मॉडल अपने विभिन्न स्वरूप में पूरे प्रदेश में जड़ जमा रही है तथा उसे राज्य सरकार का प्रत्यक्ष समर्थन मिल रहा है। हिन्दुओं के त्योहारों पर अघोषित पाबंदी, दलित, पिछड़े तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों पर लव जिहाद के माध्यम से शोषण और हमला तथा राज्य सरकार के द्वारा ऐसे तत्वों को खुला समर्थन चिंता का विषय है।
ज्ञापन के अंत में कहा गया है कि बिहार सरकार के द्वारा अपने राजनीतिक लाभ के लिए एक बड़े हिंदू समुदाय विशेष कर दलित और पिछड़े वर्ग पर हो रहे अत्याचार, शारदीय नवरात्र से प्रारंभ दुर्गा पूजा और त्योहारों के महीने में अघोषित पाबंदी तथा प्रदेश भर में पूजा समितियों पर अघोषित पाबंदी संविधान में हिन्दुओं के धार्मिक तथा नागरिक स्वतंत्रता पर सीधा प्रहार है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के नेतृत्व में राजभवन जाने वाले नेताओं में सांसद राम कृपाल यादव, दीघा विधायक संजीव चौरसिया, बेगूसराय विधायक कुंदन कुमार शामिल थे।
--आईएएनएस
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