रांची, 7 अगस्त (आईएएनएस)। झारखंड में अब हर रोज गोलियां चल रही हैं। पुलिस के तमाम दावों के बावजूद अपराधी बैखौफ वारदात को अंजाम दे रहे हैं। रविवार की देर शाम रामगढ़ में एक रेस्टोरेंट के संचालक को गोलियों से भून डाला गया। सोमवार को रामगढ़ के बासल इलाके में सैकड़ों लोग माही रेस्टोरेंट के संचालक व व्यवसायी रोशन कुमार की हत्या के विरोध में प्रदर्शन करने उतरे।
लोगों ने रांची से पतरातू स्थित जिंदल स्टील प्लांट जाने वाली फोर लेन सड़क को जाम कर दिया है।
सोमवार सुबह जमशेदपुर के रामनगर में अपराधियों ने एक युवक को गोली मार दी। उसे गंभीर रूप से घायल हालत में इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाया है।
हजारीबाग में शनिवार को घनी आबादी वाले इमली कोठी इलाके में एक आपराधिक गिरोह के शूटर दिनदहाड़े एक युवक को शूट करने के लिए फायरिंग करते रहे। युवक ने किसी तरह भाग-छिपकर अपनी जान बचाई।
26 जुलाई को बासुकीनाथ श्रावणी मेले के दौरान कांवड़ियों के भेष में आए अपराधियों ने गैंगस्टर अमरनाथ सिंह को गोलियों से भून डाला था और 27 जुलाई की शाम रांची में सीपीएम लीडर सुभाष मुंडा की हत्या उनके दफ्तर में घुसकर कर दी गई।
इसी महीने रांची में एक कारोबारी की हत्या दिनदहाड़े बाजार वाले इलाके में कर दी गई। एक और कारोबारी को उसके दफ्तर के सामने गोली मारी गई।
31 जुलाई को धनबाद में कोयला कारोबार में वर्चस्व की लड़ाई में धनंजय सिंह नामक युवक की हत्या उसके घर में घुसकर कर दी गई। पंद्रह दिन पहले रामगढ़ के पतरातू में पुलिस के डीएसपी और दारोगा अपराधियों की गोली से बुरी तरह जख्मी हो गए।
जुलाई में ही धनबाद में आरएसएस से जुड़े एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अपराध की इन घटनाओं के खिलाफ लोग लगातार सड़कों पर उतर रहे हैं।
इधर पुलिस और झारखंड एटीएस ने बीते पंद्रह दिनों में राज्य में अपराधियों के 230 ठिकानों पर छापेमारी की है। इस दौरान अलग-अलग गैंग्स से जुड़े 17 क्रिमिनल्स को गिरफ्तार किया गया है।
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