तेल अवीव, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। बाइडेन प्रशासन निजी तौर पर इजरायल से हिजबुल्ला के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू नहीं करने का आग्रह कर रहा है ताकि मौजूदा युद्ध को गाजा से आगे फैलने से रोका जा सके। मीडिया रिपोर्टों में यह बात कही गई है।अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि अमेरिका इस बात को मानता है कि 7 अक्टूबर को हमास के हमले में 1,400 से अधिक इजरायलियों के मारे जाने के बाद से हिजबुल्ला द्वारा उसकी उत्तरी सीमा पर बढ़ते लक्ष्यीकरण का इजरायल को जवाब देना चाहिए।
लेकिन लेबनानी समूह द्वारा बार-बार किए गए हमलों और इस तथ्य के कारण कि इजरायल गाजा से हमास के क्रूर हमले का अनुमान लगाने में विफल रहा, इस बात पर चर्चा तेज हो गई है कि क्या इजराइल को अपनी दबिश बनाए रखने के लिए हिजबुल्ला के खिलाफ लड़ाई शुरू करनी चाहिए।
टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की चर्चा अमेरिका के लिए चिंता का कारण है, जो निजी तौर पर और सार्वजनिक रूप से हिजबुल्ला और ईरान को इजरायल के उत्तरी मोर्चे पर युद्ध नहीं करने की चेतावनी देता रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका ने इजराइल को यह समझाते हुए कि लेबनान में आईडीएफ की गलती एक बहुत बड़े युद्ध को जन्म दे सकती है, हिजबुल्ला की गोलीबारी पर अपनी सैन्य प्रतिक्रिया में सावधान रहने की चेतावनी दी है।
अधिकारियों ने कहा कि बाइडेन अधिकारियों ने हाल के दिनों में इजरायल को संकेत दिया है कि अगर हिजबुल्ला इजरायल के खिलाफ युद्ध शुरू करता है, तो अमेरिकी सेना आतंकवादी समूह से लड़ने में आईडीएफ का साथ देगी।
इज़राइल की अपनी संक्षिप्त एकजुटता यात्रा के बाद बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दावा किया कि यह "कभी नहीं कहा गया था" कि अमेरिका हिज़्बुल्ला के साथ मोर्चे पर लड़ाई में शामिल होगा।
--आईएएनएस
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