नई दिल्ली (आई-ग्रेन इंडिया)। केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय द्वारा मई 2023 के लिए 24 लाख टन चीनी का भारी-भरकम फ्री सेल (NS:SAIL) कोटा घोषित किया गया है जो अप्रैल के लिए नियत कोटे के बराबर है।
मालूम हो पहले अप्रैल माह के दौरान घरेलू प्रभाग में बेचने के लिए 22 लाख टन चीनी का कोटा निर्धारित किया गया था जो मार्च कोटे के बराबर था लेकिन बाद में गर्मी के दिनों में मांग बढ़ने की संभावना को देखते हुए 2 लाख टन का अतिरिक्त कोटा घोषित किया गया।
मई माह के लिए चीनी का फ्री सेल कोटा 26 अप्रैल को ही घोषित कर दिया गया जिसका उद्देश्य संभवतः बाजार भाव पर दबाव बनाए रखना है। सरकार घरेलू बाजार में चीनी की पर्याप्त आपूर्ति एवं उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए इसकी कीमतों को नियंत्रित रखना चाहती है।
इस विशालकाय कोटे के दबाव से कुछ समय तक चीनी की कीमतों में विशेष तेजी की संभावना क्षीण पड़ सकती है लेकिन जब जोरदार औद्योगिक मांग निकलेगी तो बाजार कुछ ऊपर उठ सकता है। यह तेजी सीमित तथा कम समय के लिए हो सकती है क्योंकि औद्योगिक मांग को पूरा करने के लिए मिलर्स अपने कोटे की बिक्री बढ़ा सकते हैं।
दरअसल अभी कर्नाटक में विधानसभा का चुनाव होने जा रहा है जबकि आने वाले महीनों में कुछ अन्य महत्वपूर्ण प्रांतों में भी चुनाव होने वाला है। केन्द्र सरकार ऐसे समय में ज्यादा जोखिम नहीं उठाना चाहती है।
चीनी के घरेलू उत्पादन में गिरावट आने का स्पष्ट संकेत मिलने के बाद इसका अतिरिक्त निर्यात घोषित होने की संभावना लगभग समाप्त हो गई है जबकि घरेलू मांग एवं खपत को पूरा करने के लिए उद्योग के पास इसका पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध रहेगा इसलिए सरकार को इसका भारी-भरकम फ्री सेल कोटा जारी करने में कोई कठिनाई नहीं हो रही है।
यदि यही स्थिति रही तो जून के लिए भी बड़ा कोटा नियत हो सकता है। यह सही है कि बढ़ती गर्मी एवं ऊंचे तापमान के कारण चीनी की सामान्य घरेलू तथा औद्योगिक मांग में बढ़ोत्तरी होगी जिससे कीमतों में ज्यादा नरमी नहीं आएगी लेकिन इसमें कितना इजाफा होगा उस पर भी निश्चित रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी चीनी का भाव ऊंचा एवं तेज रहने का कुछ मनोवैज्ञानिक असर घरेलू बाजार पर पड़ सकता है।