नई दिल्ली (आई- इंडिया)। हालांकि केन्द्रीय पूल के लिए उत्तर प्रदेश, राजस्थान एवं बिहार जैसे प्रांतों में गेहूं खरीद की स्थिति उत्साहवर्धक नहीं है मगर पंजाब, हरियाणा तथा मध्य प्रदेश (एमपी) के योगदान में अच्छी बढ़ोत्तरी देखी जा रही है।
इसके फलस्वरूप चालू रबी मार्केटिंग सीजन में 7 मई 2023 तक राष्ट्रीय स्तर पर गेहूं की कुल सरकारी खरीद बढ़कर 246.59 लाख टन पर पहुंच गई जो पिछले मार्केटिंग सीजन की सम्पूर्ण अवधि की सकल खरीद 187.92 लाख टन से काफी अधिक है।
गेहूं की खरीद की प्रक्रिया अभी जारी है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार चालू रबी मार्केटिंग सीजन के दौरान 7 मई तक भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) तथा उसकी सहयोगी प्रांतीय एजेंसियों द्वारा पंजाब में 117.30 लाख टन, हरियाणा में 61.60 लाख टन, मध्य प्रदेश में 63.80 लाख टन, राजस्थान में 2.32 लाख टन तथा उत्तर प्रदेश में 1.50 लाख टन गेहूं खरीदा गया।
उल्लेखनीय है कि ये पांचों राज्य संयुक्त रूप से केन्द्रीय पूल में 95 प्रतिशत से अधिक गेहूं का योगदान देते हैं। इसके अलावा केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में खाद्य निगम ने 7 हजार टन गेहूं खरीदा है।
बिहार एवं गुजरात सहित कुछ अन्य राज्यों में गेहूं की खरीद या तो शुरू नहीं हुई है या उसका आंकड़ा अब तक खाद्य निगम के पास नहीं पहुंचा है। गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य पिछले साल के 2015 रुपए से 110 रुपए बढ़ाकर इस बार 2125 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
1 अप्रैल 2023 को नया रबी मार्केटिंग सीजन आरंभ होने के समय केन्द्रीय पूल में 83.45 लाख टन गेहूं का स्टॉक मौजूद था जबकि 246.59 लाख टन की खरीद के साथ इसकी कुल उपलब्धता 330.04 लाख टन पर पहुंच गई। पिछले साल के मुकाबले इस बार गेहूं की खरीद में 31.22 प्रतिशत का इजाफा हो चुका है जबकि आगे इसमें और बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है क्योंकि खरीद की प्रकिया अभी जारी है।
मालूम हो कि रबी 2021 के दौरान गेहूं की सरकारी खरीद उछलकर 433.43 लाख टन के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई थी मगर रबी 2022 में यह 56 प्रतिशत से अधिक घटकर 187.92 लाख टन पर सिमट गई थी। रबी 2022 के दौरान पंजाब में 96.45 लाख टन, हरियाणा में 41.86 लाख टन तथा मध्य प्रदेश में 46.03 लाख टन गेहूं खरीदा गया था।