नई दिल्ली (आई-ग्रेन इंडिया)। भारत के उच्च अधिकारी म्यांमार के साथ तुवर के मुद्दे पर बातचीत कर रहे हैं। हालांकि सरकार द्वारा स्टॉक प्रदर्शन का निर्देश दिये जाने के बाद घरेलू प्रभाग में पिछले महीने इस महत्वपूर्ण दलहन के दाम में थोड़ी नरमी आई थी लेकिन अब दोबारा इसमें तेजी का दौर शुरू हो गया लगता है।
उल्लेखनीय है कि भारत में दलहनों के कुल आयात में तुवर एवं उड़द की संयुक्त भागीदारी करीब 70 प्रतिशत रहती है जबकि म्यांमार इन दोनों दलहनों का प्रमुख आपूर्तिकर्ता देश है।
चालू वर्ष के दौरान भारत में तुवर का उत्पादन घट गया और इसकी सूचना मिलते ही म्यांमार के उत्पादकों एवं निर्यातकों ने दाम बढ़ाना शुरू कर दिया। ऐसी खबर भी आ रही है कि भारत के कुछ आयातकों ने म्यांमार में तुवर का स्टॉक जमा कर रखा है।
घरेलू प्रभाग में आपूर्ति एवं उपलब्धता घटने तथा मांग मजबूत रहने से तुवर का भाव ऊंचा एवं तेज चल रहा है। वरिष्ठ आधिकारिक सूत्रों के अनुसार अक्टूबर- नवम्बर में नई घरेलू फसल की आवक शुरू होने तक तुवर के दाम में विशेष गिरावट आना मुश्किल लगता है।
अफ्रीकी देशों में अगस्त-सितम्बर में नया माल आना शुरू होगा और जब तक वहां से शिपमेंट भारत पहुंचेगा तब त्यौहारी सीजन आरंभ हो जाएगा जिससे तुवर की मांग एवं खपत बढ़ेगी और कीमतों में भारी नरमी आने की संभावना क्षीण पड़ जाएगी।
उपभोक्ता मामले विभाग ने विदेश मंत्रालय को एक पत्र भेजकर म्यांमार से तुवर के आयात का नियमित प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए कहा है। उल्लेखनीय है कि भारत ने म्यांमार के साथ आपसी सहमति का एक समझौता कर रखा है जिसके तहत भारत प्राइवेट व्यापारियों के जरिए म्यांमार से प्रति वर्ष 2.50 लाख टन उड़द एवं एक लाख टन तुवर का आयात करेगा।
म्यांमार स्थित भारतीय दूतावास भी वहां स्थानीय सरकार एवं प्राइवेट व्यापारियों के साथ बातचीत कर रहा है। व्यापार विश्लेषकों के मुताबिक म्यांमार से आपूर्ति बढ़ने पर भारत में तुवर बाजार में तेजी की धारणा पर कुछ ब्रेक लग सकता है। पूर्वी अफ्रीका के देशों में भी इस बार तुवर का उत्पादन कुछ घटने की संभावना है। समीक्षकों के मुताबिक अगले कुछ महीनों तक घरेलू प्रभाग में तुवर का भाव 8500-9000 रुपए प्रति क्विंटल के बीच रहने का अनुमान है।
गत 13 मई को कर्नाटक के कलबुर्गी थोक मार्केट में तुवर का भाव बढ़कर 8730-9140 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया जबकि 21 अप्रैल को यह 8165-8510 रुपए प्रति क्विंटल के बीच चल रहा था। समीक्षाधीन अवधि के दौरान महाराष्ट्र के अकोला में तुवर का एक्स मिल थोक भाव 5.7 प्रतिशत उछलकर 9000 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया।