बेंगलुरु, 14 अगस्त (आईएएनएस)। कर्नाटक के समाज कल्याण मंत्री एच.सी. महादेवप्पा ने दलित समुदाय पर जातिवादी टिप्पणी को लेकर कन्नड़ सुपरस्टार उपेंद्र से माफी की मांग करते हुए कहा है कि सुपरस्टार के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।मंत्री ने कहा, ''सुपरस्टार के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाएगी। अधिकांश दलित संगठन सुपरस्टार के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह करते हुए ज्ञापन सौंप रहे हैं।''
उन्होंने कहा कि उपेन्द्र एक जाने-माने अभिनेता, निर्माता हैं और एक खास राजनीतिक दल के जरिये सार्वजनिक जीवन में रहना चाहते हैं। आजादी के 75 साल बाद भी उन्हें जाति का नाम लेते देखना न केवल समुदाय का बल्कि संविधान का भी अपमान है।
उन्होंने कहा कि अगर ठीक से विश्लेषण किया जाए तो भाषण में 'होलगेरी' (दलितों के स्थान का वर्णन करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द) का उपयोग गलत है।
मंत्री ने कहा, ''उन्हें पता होना चाहिए कि गरीबी और जाति पर आधारित सामाजिक असमानता पूरी तरह से अलग हैं।''
उन्होंने कहा कि समाज को बदलने के लिए सुपरस्टार की टिप्पणी का कोई मतलब नहीं है। अगर वह देश में व्याप्त असमानताओं और पीड़ा के इतिहास के बारे में नहीं जानते हैं।
एक्टर के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के प्रावधान के तहत दो एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिसे गैर-जमानती अपराध माना जाता है। समाज कल्याण विभाग से जुड़े सहायक निदेशक मधुसूदन ने उनके खिलाफ चेन्नम्मानाकेरे अचुकट्टू पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया है।
एक अन्य शिकायत राणाधीरा पाडे से जुड़े भैरप्पा हरीश कुमार ने हलासुरु गेट पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई थी।
उपेन्द्र ने एक कन्नड़ कहावत का हवाला दिया था, जो दलित समुदाय को अपमानित करती है। प्रतिक्रिया के बाद, उन्होंने बिना शर्त माफी मांगी और स्पष्ट किया कि उनका इरादा समाज के किसी भी वर्ग की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था।
उपेन्द्र स्टार निर्देशक हैं, जिन्होंने मेगा हिट फ़िल्में दीं और सुपरस्टार बन गए। वह तेलुगु दर्शकों के बीच काफी मशहूर हैं। उन्होंने कर्नाटक में एक राजनीतिक पार्टी 'प्रजाकीया' भी लॉन्च की है।
--आईएएनएस
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