iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय खाद्य मंत्री ने पिछले दिन 'भारत आटा' की बिक्री के लिए 100 गतिमान (मोबाइल) वैन को रवाना किया। यह आटा हाजिर रिटेल आउटलेट्स में भी उपभोक्ताओं को उपलब्ध होगा।
नैफेड, एनसीसीएफ, केन्द्रीय भंडार एवं अन्य सहकारी संस्थाओं के आउटलेट्स पर 27.50 रुपए प्रति किलो की दर से इस आटा को खरीदा जा सकता है। खाद्य मंत्री के अनुसार भारत आटा के लिए 2.50 लाख टन गेहूं आवंटित किया गया है और इसकी बिक्री का उद्देश्य महंगाई को घटाना है।
फरवरी 2023 में नैफेड एवं एनसीसीएफ को खाद्य निगम के डिपो से 3 लाख टन गेहूं का उठाव करने तथा इसकी मिलिंग करवाने के बाद आम उपभोक्ताओं को 29.50 रुपए प्रति किलो की दर से आटा बेचने के लिए कहा गया था।
लेकिन उस समय इस योजना पर विशेष ध्यान नहीं दिया गया। खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत सस्ते दाम पर मिलर्स- प्रोसेसर्स को गेहूं उपलब्ध करवाए जाने के बाद खुले बाजार में गेहूं एवं आटा का दाम काफी ऊंचे स्तर पर बरकरार है।
पिछली ई-नीलामी के तहत खाद्य निगम को बफर स्टॉक से 2.87 लाख टन गेहूं बेचने में सफलता मिली लेकिन आटा का भाव ऊंचा ही रहा। लूज आटा 35-36 रुपए प्रति किलो तथा ब्रांडेड आटा 40-45 रुपए प्रति किलो की दर से बिक रहा है।
ऐसे समय में सरकारी आटा 27.50 रुपए प्रति किलो पर उपलब्ध होगा जिससे इसकी खरीद में लोगों की दिलचस्पी बढ़ सकती है। ओएमएसएस के तहत 31 मार्च 2024 तक सरकारी गेहूं की बिक्री जारी रहेगी।
सरकार ने इसकी बिक्री के लिए कुल कोटा भी 50 लाख टन से बढ़ाकर 101.50 लाख टन निर्धारित कर दिया है। मोबाइल वैन पर आटा की बिक्री विभिन्न इलाकों में की जाएगी जबकि सहकारी एजेंसियों के आउटलेट पर भी भारत आटा मौजूद रहेगा।