iGrain India - काहिरा । अमरीकी कृषि विभाग (उस्डा) की एक रिपोर्ट के अनुसार अफ्रीकी देश- मिस्र में 2023-24 के मार्केटिंग वर्ष के दौरान गेहूं का कुल आयात बढ़कर 120 लाख टन पर पहुंच जाने का अनुमान है जो 2022-23 के आयात से 6.9 प्रतिशत ज्यादा है।
मिस्र में बिजाई क्षेत्र घटने तथा मौसम की हालत पूरी तरह अनुकूल नहीं होने से गेहूं के उत्पादन में गिरावट आने की संभावना है। इसलिए उसे विदेशों से इसका आयात बढ़ाने की आवश्यक पड़ेगी।
वहां गेहूं का बिजाई क्षेत्र पिछले साल के 14.50 लाख हेक्टेयर से घटकर इस बार 13.50 लाख हेक्टेयर पर सिमटने का अनुमान है। उस्डा की रिपोर्ट के मुताबिक मिस्र से गेहूं का उत्पादन 2022-23 सीजन की तुलना में 6.6 प्रतिशत घटकर 2023-24 सीजन के दौरान 88.70 लाख टन पर अटक जाने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि मिस्र दुनिया के सबसे प्रमुख गेहूं आयातक देशों में शामिल हैं। गेहूं के कुल वैश्विक आयात में उसकी भागीदारी 16 प्रतिशत के करीब रहती है। वहां गेहूं का अधिकांश आयात रूस से किया जाता है।
इसके अलावा यूरोपीय संघ, यूक्रेन तथा ऑस्ट्रेलिया से भी अच्छी मात्रा में गेहूं मंगाया जाता है। उस्डा ने 2023-24 सीजन के दौरान मिस्र में गेहूं की कुल खपत 206 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान लगाया है।
रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला किए जाने के कारण मिस्र को रूसी गेहूं के आयात पर निर्भरता बढ़ाने के लिए विवश होना पड़ा। चालू वर्ष के शुरुआती आठ महीनों में यानी जनवरी-अगस्त 2023 के दौरान मिस्र में 50 प्रतिशत गेहूं का आयात सरकारी एजेंसी- जीएएससी द्वारा तथा शेष भाग का आयात प्राइवेट व्यापारियों द्वारा किया गया।
टेंडर के माध्यम से सरकारी एजेंसी ने इस अवधि में 16 लाख टन गेहूं का आयात किया जिसमें 11.20 लाख टन का आयात रूस से 3.60 लाख टन का रोमानिया से एवं 1.20 लाख टन का आयात फ्रांस से हुआ।