iGrain India - परानागुआ । लैटिन अमरीकी देश- ब्राजील में उत्तरी आर्क के बंदरगाहों के समीप आमेजन नदी का जल स्तर काफी घट गया है जिससे वहां भी जगह का अभाव होने लगा है।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान समय में ब्राजील से सोयाबीन एवं इसके मूल्य संवर्धित, उत्पादों, सफरीन्हा मक्का एवं चीनी आदि का जोरदार निर्यात हो रहा है लेकिन बंदरगाहों की संकीर्णता के कारण इसके शिपमेंट की गति धीमी पड़ने की आशंका है।
उत्तरी क्षेत्र के बंदरगाहों पर कृषि उत्पादों की मात्रा एवं जहाजों की संख्या काफी बढ़ गई है। चीनी का रिकॉर्ड निर्यात होने से दक्षिणी बंदरगाह पहले से ही अत्यन्त व्यस्त हैं।
मालूम हो कि ब्राजील में 90 प्रतिशत चीनी का उत्पादन मध्य दक्षिणी क्षेत्र में होता है और दक्षिणी बंदरगाहों से इसका निर्यात किया जाता है। ध्यान देने की बात है कि हाल के महीनों में ब्राजील के दक्षिणी भाग में भारी वर्षा हुई और मौसम अत्यन्त नम बना रहा जिससे बंदरगाहों पर जहाजों में माल की लोडिंग में बाधा पड़ी। इससे वहां संकीर्णता एवं भीड़-भाड़ और भी बढ़ गई।
उत्तरी क्षेत्र के बंदरगाहों से सोयाबीन एवं मक्का का निर्यात बड़े पैमाने पर हो रहा था अब इसे दक्षिणी बंदरगाहों की तरफ डायवर्ट किया जा रहा है जिससे पुर्तगाल, ईरान, स्पेन, तुर्की, थाईलैंड, अल्जीरिया, मिस्र, दक्षिण कोरिया एवं वियतनाम जैसे देशों को इसके शिपमेंट में देर होने की संभावना है।
इसी तरह रूस, ताईवान, हॉलैंड, ईरान, मैक्सिको, अर्जेन्टीना एवं चीन आदि देशों को सोयाबीन का निर्यात प्रभावित होने लगा है। उल्लेखनीय है कि ब्राजील से करीब 72 प्रतिशत सोयाबीन का निर्यात अकेले चीन को किया जाता है जबकि अर्जेन्टीना, स्पेन एवं थाईलैंड सहित कई अन्य देशों को अभी अच्छी मात्रा में इसका शिपमेंट होता है।