💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

काजू निर्यात का गौरवशाली दिन वापस लाने हेतु एपीडा ने कसी कमर

प्रकाशित 23/11/2023, 09:14 pm
काजू निर्यात का गौरवशाली दिन वापस लाने हेतु एपीडा ने कसी कमर

iGrain India - नई दिल्ली । हाल के वर्षों में वियतनाम की तीखी प्रतिस्पर्धा तथा घरेलू प्रभाग में बढ़ती मांग एवं खपत के कारण भारत से काजू का निर्यात काफी घट गया है। नब्बे के दशक तक भारत दुनिया में काजू का सबसे बड़ा उत्पादक एवं निर्यातक देश बना हुआ था लेकिन बाद में वियतनाम इसमें आगे निकल गया।

अब केन्द्रीय वाणिज्य मंत्रालय के अधीनस्थ निकाय- कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने काजू के निर्यात का गौरवशाली दिन वापस लौटाने का प्रयास तेज कर दिया है।

भारत काजू का सबसे प्रमुख खपतकर्ता देश बना हुआ है। एपीडा के चेयरमैन ने कहा है कि विश्व काजू दिवस के अवसर पर तमिलनाडु एवं केरल से 30 टन से ज्यादा प्रसंस्कृत काजू कर्नेल का निर्यात सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक प्रयास किए जाएंगे। 

वर्ष 2002 में वियतनाम ने अपने काजू उद्योग का नवीनीकरण अभियान जोर शोर से आरंभ किया था और काजू प्रोसेसिंग इकाइयों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का स्वरूप दिया था लेकिन भारत उस अवसर का लाभ नहीं उठा सका।

दो माह पूर्व एपीडा को सरकार ने काजू निर्यात में भारत को शीर्ष स्थान पर दोबारा पहुंचाने का दायित्व सौंपा था और एपीडा ने इसके लिए जोरदार तैयारी आरंभ कर दी है। एपीडा ने काजू के उत्पादन क्षेत्र का विकास-विस्तार करने तथा वैश्विक बाजार के साथ उसका सम्पर्क जोड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य योजना तैयार की है। 

एपीडा चेयरमैन के अनुसार केवल दो माह पूर्व ही केरल उच्च न्यायालय ने स्थगन आदेश को वापस लिया है और अब इसके निर्यात पर काम शुरू कर दिया गया है।

वर्ष 2020 में केन्द्र सरकार ने केरल स्थित काजू निर्यात संवर्धन परिषद से काजू निर्यात संवर्धन की गतिविधियों का अधिकार वापस लेकर एपीडा को सौंपा था। बाद में यह मामला अदालत में पहुंचा और केरल उच्च न्यायालय ने इस पर स्थगन आदेश जारी कर दिया।

लेकिन अब इसे वापस ले लिया है और एपीडा को वह समस्त अधिकार एवं दायित्व प्राप्त हो गया है जो काजू का निर्यात बढ़ाने के लिए पहले परिषद के पास था।  

आज यानी 23 नवम्बर को विश्व काजू दिवस है। एपीडा ने इस अवसर पर तमिलनाडु से कतर एवं मलेशिया को तथा केरल से अमरीका को कुल मिलाकर 30 टन से अधिक काजू का निर्यात करने में सहायता दी है।

अगले महीने उड़ीसा से बांग्ला देश को सड़क मार्ग से 2 टन काजू भेजा जाएगा। इसके अलावा कई नए बाजारों में भी निर्यात की कोशिश की जा रही है जिसमें जापान, यूरोपीय संघ, दक्षिण कोरिया, ताईवान एवं ऑस्ट्रेलिया आदि शामिल हैं।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित