iGrain India - वैंकुवर । पश्चिमी कनाडा की मंडियों में लाल मसूर का भाव लम्बे समय से स्थिर या नरम बना हुआ है जबकि हरी मसूर की कीमतों में तेजी-मजबूती का माहौल बरकरार है।
व्यापार विश्लेषकों के अनुसार आगामी समय में कनाडाई लाल मसूर को वैश्विक निर्यात बाजार में ऑस्ट्रेलियाई उत्पाद से कठिन चुनौती मिलने की संभावना है लेकिन हरी मसूर के लिए ज्यादा सख्त प्रतिस्पर्धा नहीं है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में इसका नगण्य उत्पादन होता है। अधिकांश बाजारों में हरी मसूर का भाव नरम चल रहा है मगर कनाडा में कीमत मजबूत बनी हुई है।
अब सवाल उठता है कि हरी मसूर के दाम में तेजी-मजबूती का रुख कब तक बरकरार रहेगा क्योंकि खरीदार अपेक्षाकृत कम दाम वाले निर्यातक देशों की तरफ आकर्षित हो सकते हैं।
लाल मसूर के बाजार में स्थिरता बनी हुई है। ऑस्ट्रेलिया में इस बार 12.00-12.50 लाख टन के बीच मसूर के उत्पादन का अनुमान लगाया जा रहा है जो पिछले सीजन के उत्पादन 16.90 लाख टन के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर से काफी कम होने के बावजूद सामान्य स्तर से काफी ऊंचा है।
कनाडा में लाल मसूर का दाम 36-37 सेंट प्रति पौंड पर स्थिर है। दूसरी ओर, मोटी हरी मसूर का भाव उछलकर 72 सेंट प्रति पौंड पर पहुंच गया है और इस मूल्य स्तर थोड़ा-बहुत कारोबार भी हो रहा है।
कनाडा की समस्या यह है कि सबसे प्रमुख बाजार-भारत में उसकी मसूर की मांग कमजोर पड़ गई है। कृषि मंत्रालय ने कनाडा के मसूर का कुल उत्पादन घटकर 15.40 लाख टन पर सिमटने का अनुमान लगाया है लेकिन इसकी निर्यात मांग कमजोर बनी हुई है।
भारत में मसूर का उत्पादन क्षेत्र बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं जबकि आयात की दिशा कनाडा से घटकर ऑस्ट्रेलिया की तरफ हो गई है।
पश्चिमी कनाडा में छोटी हरी मसूर का भाव 65 सेंट प्रति पौंड तथा मध्यम (मीडियम) हरी मसूर का दाम इससे काफी नीचे है। हरी मसूर की आगामी नई फसल के लिए अग्रिम अनुबंध आरंभ हो गया है जबकि इसकी बिजाई अप्रैल-जून 2024 में होगी और मध्य अगस्त के बाद नई फसल की आवक शुरू होगी। ऊंचे बाजार भाव के कारण अगले वर्ष मसूर के बिजाई क्षेत्र में कुछ बढ़ोत्तरी होने का अनुमान लगाया जा रहा है।