iGrain India - जकार्ता । इंडोनेशिया के ऊर्जा संसाधन मंत्रालय ने कहा है कि वर्ष 2024 के लिए पाम आधारित बायोडीजल का आवंटन बढ़ाकर 1,34,06498 किलो लीटर निर्धारित किया गया है जो वर्ष 2023 के कुल आवंटन से 1.96 प्रतिशत अधिक है।
मालूम हो कि इंडोनेशिया दुनिया में पाम तेल का सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है। वहां डीजल में 35 प्रतिशत पाम तेल के अनिवार्य मिश्रण का नियम लागू है।
अगले वर्ष के लिए इस नियम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसका मतलब यह हुआ कि वर्ष 2024 के दौरान वहां बायोडीजल में 65 प्रतिशत डीजल तथा 35 प्रतिशत पाम तेल के मिश्रण का अनुपात बरकरार रहेगा।
चालू वर्ष (2023) के लिए ऊर्जा मंत्रालय द्वारा 1,31,48,594 किलो लीटर बायोडीजल का आवंटन निर्धारित किया गया था जिसमें 1,56,531 किलो लीटर की आरक्षित मात्रा भी शामिल थी।
चालू वर्ष के शुरुआती 10 महीनों में यानी 10 महीनों में यानी जनवरी-अक्टूबर 2023 के दौरान इंडोनेशिया में करीब 107.50 लाख कि०ली० बायोडीजल का निर्माण हुआ जिसमें से 102.30 लाख कि०ली० का वितरण घरेलू प्रभाग में किया गया जबकि 1,52,245 कि०ली० का निर्यात विदेशों में हुआ। नवम्बर-दिसंबर का आंकड़ा अभी सामने नहीं आया है।
नवम्बर 2023 के आरंभ में इंडोनेशियन पाम ऑयल एसोसिएशन (गापकी) ने वर्ष 2023 के दौरान बायोडीजल निर्माण के लिए इंडोनेशिया में पाम तेल की घरेलू खपत बढ़कर 106 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान लगाया था जो वर्ष 2022 की अनुमानित खपत 91 लाख टन से 15 लाख टन ज्यादा है।
इसी तरह समीक्षाधीन वर्ष के दौरान खाद्य उद्देश्य में पाम तेल की कुल खपत 98.90 लाख टन से बढ़कर 103 लाख टन पर पहुंचने की संभावना व्यक्त की गई है।
यह पहला अवसर है जब इंडोनेशिया में खाद्य उद्देश्य की तुलना में बायोडीजल के निर्माण में पाम तेल की खपत अधिक होने का अनुमान लगाया गया है।
चूंकि इंडोनेशिया में अगले साल क्रूड पाम तेल (सीपीओ) के उत्पादन की वृद्धि दर की गति धीमी रहने की संभावना है इसलिए वहां इसके बकाया अधिशेष स्टॉक का दबाव घट सकता है और निर्यात उद्देश्य के लिए भी पाम तेल के स्टॉक की उपलब्धता में कुछ कमी आ सकती है।
वर्ष 2024 में भी यह सिलसिला जारी रहने की संभावना है। भारत में इंडोनेशिया से पाम तेल का सर्वाधिक आयात होता है।