iGrain India - परानागुआ । लैटिन अमरीकी देश- ब्राजील में सोयाबीन के घरेलू बाजार भाव में भारी गिरावट आने के संकेत मिल रहे हैं क्योंकि मंडियों में विशाल मात्रा में इसकी आपूर्ति होने लगी है जबकि उसके मुकाबले मांग कमजोर बनी हुई है।
हालांकि प्रतिकूल मौसम के कारण ब्राजील में इस बार सोयाबीन का उत्पादन पूर्व अनुमान के मुकाबले काफी घटने की संभावना है लेकिन फिर भी पिछले सीजन से कुछ अधिक हो सकता है। प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में सोयाबीन की अगैती नई फसल की कटाई-तैयारी पहले ही आरंभ हो चुकी है।
दक्षिणी ब्राजील के परानागुआ बंदरगाह पर सोयाबीन का एफ ए एस भाव 2 जनवरी को 147 रियाल प्रति बोरी (496.95 डॉलर प्रति टन) चल रहा था जो 18 जनवरी को घटकर 122 रियाल प्रति बोरी (412.44 डॉलर प्रति टन) रह गया।
इस तरह महज 15-16 दिनों के अंदर सोयाबीन के निर्यात ऑफर मूल्य में 17 प्रतिशत की भारी गिरावट आ गई। वहां सोयाबीन की प्रत्येक बोरी 60 किलो की होती है।
ब्राजील के सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य- माटो ग्रोसो के रोण्डोनोपॉलिस में सोयाबीन का हाजिर भाव (स्पॉट प्राइस) इसी अवधि के दौरान 126 रियाल प्रति बोरी (425.96 डॉलर प्रति टन) से घटकर 108 रियाल प्रति बोरी (365.11 डॉलर प्रति टन) पर आ गया।
ध्यान देने की बात है कि माटो ग्रोसो प्रान्त में इस बार मौसम की हालत काफी खराब रहने से सोयाबीन फसल की हालत अच्छी नहीं है और किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है।
इस राज्य में लम्बे समय से अच्छी वर्षा नहीं होने के कारण सूखे जैसा माहौल बना हुआ है जिसे देखते हुए वहां सोयाबीन का उत्पादन अनुमान लगभग 90 लाख टन घटकर 390 लाख टन नियत किया गया है। यह उत्पादन आंकड़ा पिछले सीजन के उत्पादन 453 लाख टन से भी 63 लाख टन या करीब 14 प्रतिशत कम है।
ब्राजील से सोयाबीन का निर्यात भी धीमी गति से हो रहा है क्योंकि चीन सहित अन्य प्रमुख आयातक देशों में इसकी मांग कमजोर पड़ गई है।
2022-23 के मार्केटिंग सीजन के दौरान ब्राजील को अपने कुल सोयाबीन उत्पादन के 65.8 प्रतिशत भाग का निर्यात करने में सफलता मिली थी।
चीन के आयातक फ़िलहाल 'इंतजार करो और देखो' की नीति अपना रहे हैं क्योंकि उन्हें सोयाबीन का भाव कुछ और घटने की उम्मीद है। चीन ब्राजीलियन सोयाबीन का सबसे प्रमुख खरीदार देश है।