iGrain India - नई दिल्ली। क्रशिंग-प्रोसेसिंग इकाइयों की सीमित मांग के कारण 19-25 जनवरी वाले सप्ताह के दौरान राजस्थान में तो सोयाबीन का मिल डिलीवरी भाव पिछले स्तर पर स्थिर रहा मगर मध्य प्रदेश एवं महराष्ट्र में कुछ नरम पड़ गया। मध्य प्रदेश में 50 रुपए एवं महाराष्ट्र में 75 रुपए प्रति क्विंटल तक की नरमी दर्ज की गई। इसके फलस्वरूप सोया रिफाइंड तेल का भाव 20 रुपए घटकर 895 रुपए पर आ गया। इसी तरह देवास, मंदसौर, उज्जैन, खंडवा, धुलिया एवं नागपुर की कुछ इकाइयों में भी भाव नरम रहा।
आवक
प्रमुख उत्पादक राज्यों की महाराष्ट्र मंडियों में सोयाबीन की आवक 19 जनवरी को 3.65 लाख बोरी, 20 जवनारी को 3.15 लाख बोरी, 23 जनवरी को 2.30 लाख बोरी, 24 जनवरी को 3.00 लाख बोरी तथा 25 जनवरी को 2.90 लाख बोरी की हुई। सोयाबीन की प्रत्येक बोरी 100 किलो की होती है।
सोया तेल (रिफाइंड)
सोयाबीन एवं रिफाइंड सोया तेल के साथ-साथ सोयाडीओसी का दाम भी स्थिर या नरम देखा गया। मध्य प्रदेश के एक प्लांट में इसका भाव 100 रुपए तथा एक अन्य इकाई में 200 रुपए नरम रहा। महराष्ट्र के कुछ प्लांटों में तो सोयाडीओसी के मूल्य में 400-500 रुपए तक की भारी गिरावट दर्ज की गई। राजस्थान में भाव लगभग स्थिर बना रहा।
उत्पादन
सोयाबीन की घरेलू आवक लगभग सामान्य बनी हुई है लेकिन अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भाव कुछ नीचे आ गया है। अर्जेन्टीना में इसका शानदार उत्पादन होने के आसार हैं जबकि ब्राजील में भी उत्पादन पिछले सीजन से ज्यादा होने की उम्मीद है। भारत में सोया तेल का सबसे ज्यादा आयात अर्जेन्टीना और ब्राजील से होता है। वहां सोयाबीन की क्रशिंग बढ़ने की उम्मीद है जिससे सोया तेल का भाव आगे और नरम पड़ सकता है। इससे भारतीय बाजार में भी सोया तेल का दाम नरम रह सकता है। सरकार इस पर आयात शुल्क बढ़ाने के पक्ष में नहीं है क्योंकि अगले कुछ महीनों में लोक सभा के लिए आम चुनाव होने वाला है।