iGrain India - मुम्बई । सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सी) द्वारा संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वित्त वर्ष के शुरूआती 10 महीनों में यानी अप्रैल 2023 से जनवरी 2024 के दौरान देश से ऑयल मील (डीओसी) का निर्यात बढ़कर 39.74 लाख टन से ऊपर पहुंच गया
जो वित्त वर्ष 2022-23 की समान अवधि के निर्यात 32.89 लाख टन से 21 प्रतिशत अधिक है। 2022-23 की तुलना में 2023-24 वित्त वर्ष के दौरान सोयामील का निर्यात 5.57 लाख टन उछलकर 15.86 लाख टन तथा अरंडी मील का निर्यात 3.22 लाख टन से सुधरकर 3.27 लाख टन पर पहुंचा जबकि दूसरी ओर रेपसीड मील का निर्यात 19.07 लाख टन से गिरकर 18.95 लाख टन,
मूंगफली एक्सट्रैक्शन का निर्यात 27 हजार टन से घटकर 24 हजार टन तथा डि ऑयल राइस ब्रान का निर्यात 4.76 लाख टन से लुढ़ककर 1.52 लाख टन पर सिमट गया।
सोयामील का निर्यात ऑफर मूल्य प्रतिस्पर्धी स्तर पर रहने से इसके शिपमेंट में जबरदस्त बढ़ोत्तरी हो गई और इसकी बदौलत कुल ऑयल मील का निर्यात भी बढ़ गया। हाल के महीनों में अर्जेन्टीना से सोयामील के निर्यात का प्रदर्शन कमजोर रहा क्योंकि वहां इसका समुचित स्टॉक उपलब्ध नहीं था।
कांडला बंदरगाह पर भरतीय सोयामील का निर्यात ऑफर मूल्य 15 फरवरी 2024 को 510 डॉलर प्रति टन जबकि अर्जेन्टीना में रोटरडम पहुंच के लिए इसका दाम 468 डॉलर प्रति टन था।
2022-23 के मुकाबले 2023-24 के वित्त वर्ष के दौरान भारतीय ऑयल मील का निर्यात दक्षिण कोरिया में 8.07 लाख टन से गिरकर 7.66 लाख टन, वियतनाम में 7.52 लाख टन से लुढ़ककर 3.79 लाख टन, थाईलैंड में 6.27 लाख टन से घटकर 5.26 लाख टन पर सिमट गया
जबकि दूसरी ओर इसका शिपमेंट ईरान में 1300 टन से उछलकर 2.56 लाख टन, कांडला देश में 3.64 लाख टन से बढ़कर 7.08 लाख टन तथा ताईवान में 1.15 लाख टन से सुधरकर 1.36 लाख टन पर पहुंच गया।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान भारतीय ऑयल मील का निर्यात शिपमेंट कांडला बंदरगाह से 9.98 लाख टन से उछलकर 12.70 लाख टन, मुम्बई / जेएनपीटी से 2.38 लाख टन से सुधरकर 3.36 लाख टन तथा मूंदड़ा बंदरगाह से 10.52 लाख टन से बढ़कर 12.61 लाख टन पर पहुंच गया जबकि कोलकाता से शिपमेंट 3.43 लाख टन से घटकर 1.10 लाख टन रह गया।
देश के अन्य बंदरगाहों से डीओसी का निर्यात 6.57 लाख टन से बढ़कर 9.97 लाख टन पर पहुंच गया। मालूम हो कि अगस्त 2023 से ही डि ऑयल्ड राईस ब्रान के निर्यात प्रतिबंध लगा हुआ है।