iGrain India - नई दिल्ली । एथनॉल निर्माण के लिए मक्का का निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु सरकार ने अपना प्रयास आरंभ कर दिया है। इसके तहत चालू वर्ष के दौरान दो एजेंसियों - नैफेड तथा एनसीसीएफ को 2291 रुपए प्रति क्विंटल के आधार मूल्य पर डिस्टीलरीज को मक्का बेचने की अनुमति दी गई है।
केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय के वरिष्ठ आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (नैफेड) तथा भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) द्वारा 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान किसानों से 2090 रुपए प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर मक्का की खरीद की जाएगी
और फिर एथनॉल निर्माताओं को 2291 रुपए प्रति क्विंटल की दर से उसका स्टॉक उपलब्ध करवाया जाएगा। इसी आधार मूल्य पर दोनों पक्षों में सहमति बनी है।
चूंकि एथनॉल निर्माण में गन्ना का उपयोग सीमित कर दिया गया है इसलिए डिस्टीलरीज को अनाज से इसका उत्पादन बढ़ाने का प्रयास करना पड़ रहा है।
सरकार के पास चावल एवं गेहूं का पर्याप्त अधिशेष स्टॉक मौजूद नहीं है जबकि एथनॉल का समुचित उत्पादन होना भी आवश्यक है। इसे ध्यान में रखते हुए मक्का की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है।
केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के प्रथम अग्रिम अनुमान में 2023-24 सीजन के दौरान मक्का का घरेलू उत्पादन 224.80 लाख टन आंका गया है। एथनॉल उत्पादन बढ़ाने के लिए चीनी (गन्ना) के एक विकल्प के रूप में मक्का के उपयोग को प्रोत्साहन दिया जा रहा है इससे अन्य उद्योगों पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका है।
पहले सरकार ने एथनॉल निर्माण में चीनी का उपयोग पूरी तरह रोकने का प्लान बनाया था लेकिन बाद में 17 लाख टन के इस्तेमाल की अनुजती देने का निर्णय लिया।
तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने मक्का से निर्मित एथनॉल की खरीद का मूल्य 5.79 रुपए प्रति लीटर बढ़ा लिया है ताकि पेट्रोल में मिश्रण के लिए इसके उत्पादन को प्रोत्साहित किया जा सके। मक्का का घरेलू बाजार भाव ऊंचा चल रहा है।