iGrain India - नई दिल्ली। प्रमुख उत्पादक राज्यों में सरसों की फसल की कटाई-तैयारी शुरू होने से मंडियों में नए माल की आवक बढ़ने लगी है जबकि आगे समय में आपूर्ति की रफ्तार और भी तेज होने की संभावना है। चालू वर्ष के दौरान इस महत्वपूर्ण तिलहन का घरेलू उत्पादन नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है जबकि तेल का भाव नीचे रहने से इसकी कीमतों में सीमित सुधार आ रहा है। आगे सरसों की बड़े पैमाने पर सरकारी खरीद होने की संभावना है।
42% कंडीशन सरसों
1-7 मार्च वाले सपताह के दौरान 42 प्रतिशत कंडीशन वाली सरसों का दाम दिल्ली में 5450 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा मगर जयपुर में 75 रुपए बढ़कर 5475 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया।
गुजरात
लूज या सामान्य श्रेणी की सरसों का भाव गुजरात की डीसा एवं धनेरा मंडी में क्रमश: 100 रुपए एवं 150 रुपए तेज रहा जबकि हरियाणा की मंडियों में भी इसमें तेजी दर्ज की गई। वहां सरसों का दाम आदमपुर मंडी में 109 रुपए बढ़कर 5040 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा। मध्य प्रदेश में सरसों की कीमत मुरैना मंडी में 200 रुपए की तेजी के साथ 4500/5000 रुपए प्रति क्विंटल हो गई जबकि पोरसा मंडी में भी 75 रुपए तेज रही। ग्वालियर में भाव स्थिर रहे।
राजस्थान
राजस्थान में सरसों का मूल्य बूंदी मंडी में 300 रुपए लुढ़ककर 4700 रुपए प्रति क्विंटल तथा खैरथल में 100 रुपए गिरकर 5100 रुपए प्रति क्विंटल पर आया लेकिन भरतपुर में 75 रुपए सुधरकर 5100 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। उत्तेर प्रदेश की हापुड़ मंडी में सरसों 25 रुपए नरम रही मगर आगरा मंडी में 125 रुपए बढ़कर पुरानी सरसों 5700/6025 रुपए प्रति क्विंटल तथा नई सरसों 5925 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गई।
आवक
राष्ट्रीय स्तर पर सरसों की आवक 1 मार्च को 8 लाख बोरी, 2 मार्च को 7.25 लाख बोरी, 4 मार्च को 8.50 लाख बोरी, 5 मार्च को 9 लाख बोरी, 6 मार्च को भी 9 लाख बोरी एवं 7 मार्च को 9.50 लाख बोरी दर्ज की गई जबकि प्रत्येक बोरी 50 किलो की होती है।
सरसों तेल
सरसों तेल की कीमतों में मिश्रित रुख रहा। समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान दिल्ली में एक्सपेलर का दाम 15 रुपए बढ़कर 1020 रुपए प्रति 10 किलो, मुम्बई में 20 रुपए बढ़कर 1020 रुपए, भरतपुर में भी 10 रुपए बढ़कर 1010 रुपए प्रति 10 किलो हो गया। कच्ची घानी सरसों तेल के दाम में भी उतार-चढ़ाव दर्ज किया गया।