iGrain India - नई दिल्ली । कर्नाटक में ब्यादगी लालमिर्च का भाव पिछले साल से काफी नीचे रहने के कारण उत्पादकों द्वारा हंगामा किए जाने के बावजूद वहां आपूर्ति के प्रेशर से कीमतों में तेजी आने के संकेत नहीं मिल रहे हैं।
व्यापारियों / उद्यमियों का कहना है कि लालमिर्च की क्वालिटी इस बार बहुत अच्छी नहीं है और नए माल में नमी का अंश ऊंचा है। आगामी समय में जब सूखे माल की आवक बढ़ेगी तब कीमतों में कुछ तेजी आ सकती है।
दक्षिण भारत के अन्य उत्पादक क्षेत्रों में भी नई लालमिर्च की आपूर्ति होने लगी है। वहां इसका पुराना स्टॉक कम बताया जा रहा है जबकि दिसावरी व्यापारियों एवं निर्यातकों की साथ स्थानीय डीलर्स- स्टॉकिस्ट की इसकी खरीद में अच्छी दिलचस्पी दिखा सकते हैं।
इंदौर लाइन में भी कम मात्रा में माल पहुंच रहा है और इसका सामान्य कारोबार भी हो रहा है। उत्तर प्रदेश की बरेली लाइन में मिर्च का उत्पादन आंशिक रूप से प्रभावित होने की आशंका है क्योंकि एक तो बारिश कम हुई और दूसरे, जब वर्षा हुई तब इसकी जरूरत नहीं थी।
इधर उत्तरी राज्यों में लालमिर्च की खपत का महत्वपूर्ण सीजन, जो जाड़े के दिनों में होता है, अब लगभग समाप्त हो चुका है और मौसम गर्म होने लगा है लेकिन लग्न सरा एवं मांगलिक उत्सवों का सीजन होने से लालमिर्च की मांग बढ़ सकती है। कुल मिलाकर बाजार कुछ मजबूत रहने की उम्मीद है।