iGrain India - हैदराबाद । नेशनल सीड एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनएसएआई) ने आगामी खरीफ सीजन के लिए बीटी कॉटन के बीज के दाम में सरकार द्वारा की गई मामूली बढ़ोत्तरी पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि इस निर्णय से भविष्य में किसानों को अच्छी क्वालिटी के बीज की आपूर्ति में कठिनाई हो सकती है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष के अनुसार बीटी कपास के बीज का मूल्य महज 11 रूपए बढ़ाकर 864 रुपए प्रति पैकेट (450 ग्राम) नियत किया गया है जो बीज उद्योग की उम्मीद से बहुत कम है।
इससे बीज कंपनियों को कठिन चुनौती का सामना करना पड़ेगा और आगामी समय में अच्छी क्वालिटी के बीज की आपूर्ति के लिए खतरा पैदा हो सकता है।
एसोसिएशन चाहती थी कि बीज के दाम एम् कम से कम 147 रुपए प्रति पैकेट का इजाफा हो ताकि कॉटन बीज उद्योग को वर्तमान संकट से उबरने में सहायता मिले और कॉटन सीड उद्योग को बेहतर क्वालिटी के बीज का पर्याप्त उत्पादन करने का प्रोत्साहन मिल सके। इससे इन कंपनियों को अनुसंधान एवं विकास कार्यों में निवेश करने करने का भी प्रोत्साहन प्राप्त होता।
अध्यक्ष के अनुसार यदि कॉटन बीज के दाम में 147 रुपए प्रति पैकेट की वृद्धि की जाती तब भी प्रति एकड़ सकल आय के 4.00-4.50 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होती।
147 रुपए का इजाफा वर्ष 2016 से कपास बीज के दाम पर कम्पाउण्ड वार्षिक विकास दर का महज 3.64 प्रतिशत बैठता है। ध्यान देने की बात है कि वर्ष 2016 में ही सरकार ने कपास बीज के विनियमन की प्रक्रिया आरंभ की थी।