iGrain India - कुआलालम्पुर। सरकारी संस्था-मलेशियन पाम आयल बोर्ड (एम्पोल) के आंकड़ों से पता चलता है कि फरवरी 2024 में मलेशिया से क्रूड पाम तेल (सी पी ओ) का निर्यात घटकर 10.16 लाख टन पर सिमट गया जो पिछले अनेक महीनों का सबसे निचला स्तर रहा । इससे पूर्व मई 2023 में 10.79 लाख टन एवं अप्रैल 2023 में 10.88 लाख टन सीपीओ का निर्यात किया गया था । मलेशिया सीपीओ का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक देश है।
एप्पोब की रिपोर्ट के अनुसार करवरी 2024 के आरंभ में मलेशिया में 20.20 लाख टन सीपीओ का पिछला बकाया स्टॉक मौजूद था जबकि 33 हजार टन के आयात तथा 12.60 लाख टन के उत्पादन के साथ इसकी कुल उपलब्धता 38.13 लाख टन पर पहुंची। इसमें से 10.16 लाख टन का निर्यात और 3.78 लाख टन का घरेलू उपयोग हुआ। इस तरह करनरी में 13.94 लाख टन सीपीओ की खपत हुई और 1 मार्च 2024 को वहाँ 19.19 लाख टन का बकाया अधिशेष स्टॉक बच गया।
इससे पूर्व जनवरी 2024 में 22.91 लाख टन के बकाया स्टॉक , 29 हजार टन के आयत एवं 14.02 लाख टन के उत्पादन के साथ मलेशिया में सीपीओ की कुळ उपलब्धता 37.22 लाख टन पर पहुंची थी । इसमे से 13.50 लाख टन का निर्यात एवं 3.53 लाख टन का घरेलू उपयोग हुआ और माह के अंत में 20.20 लाख टन का स्टॉक बच गया।
इंडोनेशिया के बाद मलेशिया दुनिया में पाम तेल का दूसरा सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है। फरवरी में सीपीओ का भाव सोयाबीन टेल एवं सूरजमुखी तेल के सापेक्ष ऊंचा रहने से भारत में मलेशिया से इसका आयात हुआ। चीन में भी आयात कमजोर रहा। दोनो देश मलेशियाई पामतेल के प्रमुख खरीदार है।