iGrain India - नई दिल्ली । घरेलू प्रभाग में आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ाने के उद्देश्य से दलहनों का आयात इस बार कुछ गैर परम्परागत देशों से होने की संभावना है।
भारत में अभी म्यांमार, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, रूस एवं कुछ अफ्रीकी देशों से दलहनों का आयात हो रहा है जबकि ब्राजील तथा अर्जेन्टीना से भी दलहन मंगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके आगे कुछ और देशों से दलहनों का आयात किया जा सकता है।
दलहनों का उत्पादन घरेलू मांग एवं खपत से कम होने के कारण कीमतों में तेजी-मजबूती का रूख बना हुआ है। सरकार विदेशों से इसके आयात को प्रोत्साहित करने हेतु आवश्यक एहतियाती कदम उठा रही है।
पांच प्रमुख दलहनों- तुवर, उड़द, मसूर, चना तथा पीली मटर के आयात को शुल्क मुक्त कर दिया गया है। देसी चना एवं पीली मटर का शुल्क मुक्त आयात 31 अक्टूबर 2024 तक और तुवर, उड़द एवं मसूर का शुल्क मुक्त आयात 31 मार्च 2025 तक हो सकता है। इसके फलस्वरूप आगामी महीनों में दलहनों के आयात में अच्छी बढ़ोत्तरी होने की संभावना है।
वरिष्ठ आधिकारिक सूत्रों के अनुसार देसी चना का शुल्क मुक्त आयात करने की अनुमति हाल ही में दी गई है जिससे ऑस्ट्रेलिया सहित अन्य उत्पादक एवं निर्यातक देशों में किसानों के बीच अच्छा संकेत गया है और वहां इसका बिजाई क्षेत्र तथा उत्पादन बढ़ने के आसार हैं।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान भारत में दलहनों का आयात बढ़कर 46.50 लाख टन की ऊंचाई पर पहुंच गया जो 2022-23 के आयात 25.30 लाख टन से काफी अधिक रहा।
अगर 2024-25 के खरीफ सीजन में घरेलू उत्पादन बेहतर हुआ तो दलहनों के आयात पर निर्भरता कुछ घट सकती है। ब्राजील के साथ दलहन आयात पर बातचीत हो रही है और अर्जेन्टीना से भी इसे मंगाने पर ध्यान दिया जा रहा है। इससे दलहनों की आपूर्ति बढ़ाने में सहायता मिलेगी।