iGrain India - महबूबनगर । दक्षिण-पश्चिम मानसून की अच्छी बारिश होने से दक्षिण भारतीय राज्यों- कर्नाटक, आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना में कपास की बिजाई जोर पकड़ने लगी है। किसान कपास के बीज की खरीद में अच्छी दिलचस्पी दिखा रहे हैं जिससे इसका दाम ऊंचा उठने लगा है।
समझा जाता है कि इस बार वहां कपास के बिजाई क्षेत्र में अच्छी बढ़ोत्तरी हो सकती है क्योंकि हाल के सप्ताहों में रूई का भाव तेज हुआ है जबकि लालमिर्च सहित कुछ अन्य जिंसों की कीमतों में नरमी का रूख बन गया है।
दक्षिण भारत में तेलंगाना धान और कपास का सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य है। वहां मानसून की अच्छी वर्षा होने के संकेत मिल रहे हैं।
इसे देखते हुए किसान उन फसलों का क्षेत्रफल बढ़ाने का प्रयास कर सकते हैं जिससे उन्हें अच्छी आमदनी प्राप्त होने की उम्मीद रहेगी।
तेलंगाना, आंध्र प्रदेश एवं कृंतक में किसान अपनी जरूरत के 30 से 50 प्रतिशत तक कपास बीज की खरीद कर चुके हैं और कुल लक्ष्यांकित क्षेत्रफल के करीब 10 प्रतिशत भाग में उसकी बिजाई भी पूरी हो चुकी है।
मानसून के आगे बढ़ने एवं बारिश होने के साथ ही कपास का रकबा भी बढ़ता जा रहा है। रूई का दाम पुनः बढ़कर न्यूनतम समर्थन मूल्य से ऊपर पहुंच गया है जबकि 2024-25 सीजन के लिए इसकी अभी तक घोषणा भी नहीं हुई है।
लेकिन कुर्नूल एवं तेलंगाना की कुछ मंडियों में रूई का दाम नरम चल रहा है जिससे वहां कपास के क्षेत्रफल में थोड़ी गिरावट आ सकती है। उत्तरी राज्यों में भी कपास के क्षेत्रफल में काफी गिरावट आई है।