iGrain India - मास्को । रूस के गेहूं का निर्यात ऑफर मूल्य लगातार चौथे सप्ताह नरम रहा। वहां गेहूं की अगैती बिजाई वाली नई फसल की कटाई-तैयारी आरंभ हो गई है और उपज दर तथा पैदावार का शुरूआती रुझान बेहतर रहने से बाजार पर दबाव पड़ रहा है।
एक विश्लेषक फर्म के अनुसार-जुलाई के अंतिम दिनों में डिलीवरी के लिए रूस से 12.5 प्रतिशत प्रोटीन वाले गेहूं का निर्यात ऑफर मूल्य 5 डॉलर प्रति टन घट गया।
एक अन्य फर्म के मुताबिक निकटतम अवधि के शिपमेंट के लिए इसी श्रेणी के गेहूं का ऑफर मूल्य गत सप्ताह घटकर 227-229 डॉलर प्रति टन रह गया जो उससे पिछले सप्ताह 234-236 डॉलर प्रति टन चल रहा था।
पिछले सप्ताह मिस्र की सरकारी एजेंसी जीएएसपी ने गेहूं खरीद के लिए जो टेंडर जारी किया था उसमें भी नीचे मूल्य की बोली (बिड) सामने आई थी। मिस्र के अगस्त-सितम्बर डिलीवरी के लिए रूस से 1.80 लाख टन नए गेहूं की खरीद की है।
हालांकि रुसी गेहूं के एक अग्रणी खरीदार देश-तुर्की ने 21 जून से मध्य अक्टूबर तक की अवधि के लिए गेहूं के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है जबकि इस बीच रूस में नई फसल की कटाई-तैयार पूरी हो जाएगी मगर इससे रूस पर कोई खास असर पड़ने की संभावना नहीं है क्योंकि कई अन्य देश उसकी खरीद के लिए पहले से ही तैयार बैठे हैं। रूस दुनिया में गेहूं का सबसे प्रमुख निर्यातक तथा तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है।
एक अग्रणी विश्लेषक के पहले 2024-25 के मार्केटिंग सीजन में रूस से 478 लाख टन गेहूं के निर्यात का अनुमान लगाया था मगर अब उसे घटाकर 461 लाख टन नियत कर दिया है। 2023-24 का मार्केटिंग सीजन 30 जून को समाप्त हो गया और इसमें रूस से गेहूं का निर्यात बढ़कर 522 लाख टन के शीर्ष स्तर पर पहुंचने की संभावना व्यक्त की गई है।