📈 क्या आप 2025 में निवेश के बारे में गंभीर होंगे? InvestingPro पर 50% छूट के साथ पहला कदम उठाएँऑफर क्लेम करें

भंडारण सीमा लागू होने के बाद गेहूं एवं दलहनों के दाम में कम बढ़ोतरी

प्रकाशित 04/07/2024, 09:35 pm
भंडारण सीमा लागू होने के बाद गेहूं एवं दलहनों के दाम में कम बढ़ोतरी
ZW
-

iGrain India - नई दिल्ली । उपभोक्ता मामले विभाग के आंकड़ों तथा व्यापारिक सूत्रों से पता चलता है कि केन्द्र सरकार घरेलू प्रभाग में आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ाने तथा कीमतों में तेजी पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से भंडारण सीमा या जो आदेश लागू किया है उसका कुछ असर पड़ने लगा है।

ध्यान  देने की बात है कि सरकार ने पहले 21 जून को तुवर, देसी चना एवं काबुली चना पर और फिर 26 जून को गेहूं पर भंडारण सीमा (स्टॉक लिमिट) लागू किया था। दलहनों पर भंडारण सीमा 30 सितम्बर 2024 तक तथा गेहूं पर स्टॉक लिमिट 31 मार्च 2025 तक प्रभावी रहेगी। 

उपभोक्ता मामले विभाग के आंकड़ों के अनुसार अखिल भारतीय स्तर पर गेहूं का औसत थोक बाजार भाव 1 अप्रैल से 26 जून के दौरान 1.3 प्रतिशत बढ़ गया लेकिन उसके बाद से अब तक इसमें 0.36 प्रतिशत की मामूली बढ़ोत्तरी हुई है।

वैसे प्राइवेट व्यापारियों का कहना है कि कीमतों में कोई खास कमी या नरमी नहीं आई है मगर इसमें तेजी पर कुछ हद तक ब्रेक अवश्य लगा है। कुछ क्षेत्रों (मंडियों) में गेहूं के दाम में थोड़ी बहुत तेजी दर्ज की गई।

इसका कारण मंडियों में गेहूं आपूर्ति कम होना तथा कुछ बड़े किसानों एवं स्टॉकिस्टों द्वारा अपने विशाल स्टॉक के कुछ भाग की बिक्री शुरू नहीं की जाती तब तक गेहूं के दाम में नरमी आना मुश्किल है। 

सरकार ने कहा है कि जिन व्यापारियों, स्टॉकिस्टों एवं बिग चेन रिटेलर्स के पास निर्धारित मात्रा से अधिक गेहूं का स्टॉक मौजूद है ऊंचे 26 जून से एक माह (30 दिन) के अंदर उसे घटाकर नियत सीमा में लाना होगा। 

व्यापार विश्लेषकों के अनुसार गेहूं की तुलना में दाल-दलहन बाजार पर भंडारण सीमा आदेश का ज्यादा असर पड़ा है। इसका कारण यह है कि ग्रीष्मकाल या गर्मी के महीनों के दौरान आमतौर पर दाल-दलहन की मांग कमजोर पड़ जाती है।

सरकार ने सभी प्रमुख दलहनों के आयात को शुल्क मुक्त कर दिया है। इसमें मूंग शामिल नहीं है क्योंकि इसके आयात पर प्रतिबंध लगा हुआ है। आयातकों को 45 दिनों से अधिक समय तक आयातित दलहनों का स्टॉक अपने पास नहीं रखने का निर्देश दिया गया है।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2025 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित