iGrain India - रेगिना । भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के पास गेहूं का अधिशेष स्टॉक मौजूद है और यह खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत इसकी साप्ताहिक ई-नीलामी करने के लिए सैद्धांतिक रूप से तैयार भी है। उसे सरकार से इसकी अनुमति के लिए हरी झंडी मिलने का इंतजार है।
निगम के एक अधिकारी का कहना है कि खुले बाजार बिक्री योजना के लिए एफसीआई ने खाद्य एवं सार्वजिक वितरण विभाग को अपनी नीति से अवगत करवा दिया है और जब वह से स्वीकृति की प्रतीक्षा की जा रही है।
वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान खाद्य निगम द्वारा ओएमएसएस के तहत 94.10 लाख टन गेहूं की रिकॉर्ड बिक्री की गई जिससे घरेलू प्रभाग में इस महत्वपूर्ण खाद्यान्न का भाव काफी हद तक स्थिर बना रहा और इसके उत्पादों की उपलब्धता भी सुगम बनी रही।
इसके अलावा चालू वर्ष के दौरान कुछ सरकारी एजेंसियों का गेहूं के आटे की बिक्री भी एक निश्चित मूल्य पर शुरू की गई। भारत ब्रांड गेहूं के आटा का मूल्य 27. 50 रुपए प्रति किलो नियत किया गया। इस आटे की खुदरा बिक्री अभी जारी है।
ओएमएसएस के तहत पिछले वित्त वर्ष के दौरान सरकारी गेहूं की बिक्री में भारी इजाफा इसलिए हुआ क्योंकि इसका जो मूल्य नियत किया गया था जो खुले बाजार में प्रचलित भाव से कम था। उसके फलस्वरूप मिलर्स / प्रोसेसर्स ने उसकी खरीद में काफी दिलचस्पी दिखाई।
अब गेहूं का दाम पुनः सरकारी समर्थन मूल्य से ऊंचा होने के कारण मिलर्स / प्रोसेसर्स द्वारा सरकार से ओएमएसएस की योजना जल्दी से जल्दी आरंभ करने की मांग की जा रही है।
चालू वर्ष के दौरान खाद्य निगम द्वारा 266 लाख टन गेहूं खरीदा गया जो गत वर्ष को 262 लाख टन से 4 लाख टन अधिक रहा। करीब 75-76 लाख टन का पिछला स्टॉक भी था।
1 जुलाई को निगम के पास 297 लाख टन से कुछ अधिक गेहूं का स्टॉक मौजूद था। इसमें से कुछ स्टॉक की बिक्री शुरू की जा सकती है।
बेंचमार्क इंदौर मंडी में मिल क्वालिटी गेहूं का भाव पिछले दिन 2640-2650 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया जो न्यूनतम समर्थन मूल्य से काफी ऊंचा था।