🏃 इस ब्लैक फ्राइडे ऑफर का लाभ जल्दी उठाएँ। InvestingPro पर अभी 55% तक की छूट पाएँ!सेल को क्लेम करें

देश के 38 प्रतिशत जिलों में अब भी मानसूनी वर्षा का अभाव

प्रकाशित 06/07/2024, 02:20 am
देश के 38 प्रतिशत जिलों में अब भी मानसूनी वर्षा का अभाव
ZC
-
1ZEc1
-
DCCc1
-
DCOSc1
-

iGrain India - नई दिल्ली । भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पिछले दिनों कहा था कि देश के जिन 724 जिलों से बारिश का आंकड़ा एकत्रित किया जाता है इसने से 38 प्रतिशत जिलों में अब भी मानसून की वर्षा का अभाव देखा जा रहा है।

वैसे वर्षा की कमी वाले जिलों की संस्था में हाल के सप्ताहों में गिरावट आई है और उम्मीद की जा रही है कि अगले चार पांच दिनों में इनमें से अधिकांश जिलों में मानसून पहुंच जाएगा।  

मौसम विभाग के मुताबिक यद्यपि चालू मानसून सीजन के दौरान देश के दक्षिणी क्षेत्र में सामान्य औसत से 13 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है लेकिन आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना के कुछ जिलों में वर्षा का अभाव महसूस किया जा रहा है।

तेलंगाना के कई भागों में पहले अच्छी वर्षा हुई मगर बाद में वहां मानसून काफी हद तक निष्क्रिय हो गया। दूसरी ओर तमिलनाडु और कर्नाटक के पास केरल में भी अच्छी बारिश हुई है। 

दक्षिण-पश्चिम मानसून इस बार 30 मई को केरल के साथ-साथ पूर्वोतर क्षेत्र में भी पहुंचा था और जून के शुरूआती दिनों के दौरान आसाम तथा मेघालय के साथ कुछ अन्य निकटवर्ती इलाकों में अत्यन्त मूसलाधार बारिश होने से ब्रह्मपुत्र नदी में बाढ़ आ गई।

इसके बाद भी वहां (आसाम में) बाढ़ की विभीषिका बरकरार है। राज्य के 35 में से 29 जिलों में विनाशकारी बाढ़ का प्रकोप अभी जारी है। 

पश्चिमोत्तर राज्यों में मानसून सबसे अंत में पहुंचता है। इस बार यह 2 जुलाई को पहुंच गया जबकि इसे 8 जुलाई को पहुंचना था। अभी राज्यों में बारिश का दौर आरंभ हो चुका है लेकिन प्रत्येक जिले में मानसून को पहुंचने में कुछ समय लग सकता है।

मौसम विभाग को भरोसा है कि 10 जुलाई तक मानसून दश के अधिकांश जिलों में पहुंच जाएगा जिससे वहां बारिश के अभाव का संकट दूर हो सकता है।

खरीफ फसलों की बिजाई मानसून की प्रगति के साथ ही जोर पकड़ती जा रही है। इस बार दलहन-तिलहन एवं मक्का की खेती पर किसानों का विशेष ध्यान रहने की उम्मीद है।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित