iGrain India - कुआलालम्पुर । मलेशियन पाम ऑयल कौंसिल (एम्पोक) के सीईओ का कहना है कि चालू वर्ष की दूसरी छमाही यानी जुलाई-दिसम्बर 2024 के दौरान क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का कारोबार 3800-4200 रिंगिट प्रति टन के मूल्य स्तर पर हो सकता है जबकि उत्पादन का परिदृश्य कीमतों में उतार-चढ़ाव का मुख्य कारक बना रहेगा।
मलेशियाई पाम तेल का उत्पादन जनवरी से दिसम्बर 2023 की दूसरी छमाही में उत्पादन की वृद्धि दर कुछ नीचे रह सकती है क्योंकि इसकी तुलना वर्ष 2023 की दूसरी छमाही से होगी जब सीपीओ के उत्पादन में जोरदार इजाफा हुआ था।
वर्ष 2024 के शुरूआती चार महीनों के आंकड़ों से पता चलता है कि संसार के दो सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश- इंडोनेशिया एवं मलेशिया में पाम तेल के संयुक्त उत्पादन में करीब 2 लाख टन की गिरावट आई।
इसके तहत जनवरी-अप्रैल 2024 के दौरान मलेशिया में पाम तेल का उत्पादन 4.40 लाख टन बढ़ गया जबकि इंडोनेशिया के उत्पादन में 6.40 लाख टन की गिरावट आ गई।
सीईओ के मुताबिक मलेशिया तथा इंडोनेशिया में उत्पादन की वृद्धि दर की गति धीमी होने तथा भारत और चीन जैसे शीर्ष आयातक देशों में मांग स्थिर रहने से पाम तेल का भाव ऊंचा रहने की उम्मीद है।
यदि इंडोनेशिया में वर्ष 2025 में बायोडीजल निर्माण में पाम तेल का उपयोग बढ़ाकर 40 प्रतिशत नियत करने का नियम लागू हुआ तो इस महत्वपूर्ण वनस्पति तेल की वैश्विक आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति और भी जटिल हो सकती है। मलेशिया से पाम तेल का भारी निर्यात जारी रहेगा।