iGrain India - शिकागो (भारती एग्री एप्प)। अमरीका और यूरोपीय संघ के वायदा एक्सचेंज में आई नरमी के कारण जून में ऑस्ट्रेलियाई गेहूं का दाम घट गया। रूस, यूक्रेन सहित कुछ अन्य देशों में गेहूं की अज्ञाति बिजाई वाली फसल की कटाई-तैयारी भी जून में शुरू हो गई जबकि जुलाई में इसकी रफ्तार बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया में प्रीमियम क्वालिटी के सफेद गेहूं का भाव 3 जून को 295 डॉलर प्रति टन चल रहा था जो 28 जून को घटाकर 278 डॉलर प्रति टन पर आ गया।
इसी तरह सामान्य (स्टैण्डर्ड) ग्रेड के गेहूं का दाम 287 डॉलर से गिरकर 267 डॉलर प्रति टन रह गया। दिलचस्प तथ्य यह है कि ऑस्ट्रेलिया में अधिकांश उत्पादक अपने गेहूं के स्टॉक का अधिकतर भाग पहले ही बेच चुके हैं और अब वहां आपूर्ति का ऑफ या लीन सीजन चल रहा है मगर एशियाई खरीदारों की कमजोर मांग से इसके दाम पर दबाव बढ़ने लगा है।
एशियाई खरीदार अब काला सागर क्षेत्र तथा उत्तरी अमरीका महाद्वीप के देशों से गेहूं की खरीद पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। उधर दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया एवं पश्चिमी विक्टोरिया प्रान्त में मौसम प्रतिकूल होने लगा है जिससे गेहूं की फसल प्रभावित हो सकती है।
लेकिन पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में जून माह के दौरान अच्छी वर्षा होने से गेहूं के उत्पादन में सुधार आने की उम्मीद बढ़ गई है। पूर्वी तटवर्ती राज्यों में मौसम काफी हद तक अनुकूल बना हुआ है।
ऑस्ट्रेलिया की सरकारी एजेंसी- अबारेस ने 4 जून को जारी अपनी रिपोर्ट में 2024-25 के मार्केटिंग सीजन (अक्टूबर-सितम्बर) के लिए गेहूं का उत्पादन अनुमान 12 प्रतिशत बढ़ाकर 291 लाख टन नियत किया था क्योंकि एक तो बिजाई क्षेत्र में बढ़ोत्तरी हुई और दूसरी, फसल की उपज दर में भी सुधार की उम्मीद जताई गई।
दूसरी ओर उद्योग व्यापार क्षेत्र ने गेहूं का उत्पादन 250-260 लाख टन के बीच होने की संभावना व्यक्त की है। कुछ समीक्षक 280 लाख टन तक का अनुमान लगा रहे हैं।