📊 देखें कैसे शीर्ष निवेशक अपने पोर्टफोलियो का निर्माण करते हैंविचारों का अन्वेषण करें

अनेक राज्यों में वर्षा- बाढ़ से खरीफ फसलों को नुकसान की आशंका बढ़ी

प्रकाशित 25/07/2024, 10:55 pm
अनेक राज्यों में वर्षा- बाढ़ से खरीफ फसलों को नुकसान की आशंका बढ़ी
MCOTc1
-
DSAc1
-
NCORc1
-
NCSc1
-
NJEc1
-
NMZFc1
-
NSTc1
-
NTMc1
-

iGrain India - नई दिल्ली । दक्षिण-पश्चिम मानसून फिलहाल देश के अनेक राज्यों में सक्रिय है जिसमें महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं उत्तर प्रदेश आदि शामिल है।

इन प्रांतों के अनेक जिलों में भारी वर्षा होने तथा बांधों के टूटने से विशाल क्षेत्रफल में पानी फ़ैल गया है जिससे खरीफ फसलों को गंभीर खतरा उत्पन्न होने की आशंका है।

महाराष्ट्र के मुम्बई, कोल्हापुर, पुणे, सतारा एवं चंद्रपुर आदि में बढ़ का नजारा देखा जा रहा है। खेतों में पानी भर जाने से फसलें डूब गई हैं। कुछ अन्य जिले भी बाढ़ से प्रभावित हैं। चिंता की बात यह है कि मौसम विभाग ने राज्य के कई क्षेत्रों में अगले 24 घंटे के दौरान बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना व्यक्त की है।

इससे किसान  काफी चिंतित नजर आ रहे हैं। ध्यान देने की बात है कि महाराष्ट्र कपास, सोयाबीन, अरहर तथा गन्ना आदि फसलों के अग्रणी उत्पादक राज्यों में शामिल हैं। 

महाराष्ट्र के पड़ोसी राज्य- गुजरात एवं मध्य प्रदेश के कई जिले भी मूसलाधार वर्षा एवं खेतों में जल भराव की समस्या का सामना कर रहे हैं। गुजरात में सूरत, भरुच, राजकोट तथा नवसारी जिलों की हालत ज्यादा खराब है।

इसी तरह मध्य प्रदेश का दमोह, सागर, शिवनी तथा छत्तीसगढ़ का सुकमा जिला बाढ़ की चपेट में है। उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद तथा हरियाणा में सोनीपत जिला को भी मूसलाधार बारिश का सामना करना पड़ रहा है। 

बिहार तथा आसाम के अनेक जिलों में पहले से ही भयंकर बाढ़ का प्रकोप बना हुआ है। हालांकि कृषि फसलों एवं बागवानी उत्पादों को होने वाले नुकसान का आंकलन तो बाढ़ का पानी उतरने के बाद ही संभव हो सकेगा।

लेकिन जानकारों का कहना है कि जल भराव के संकट से  ग्रस्त निचले इलाकों में यदि वर्षा का दौर जारी रहा तो हालात बिगड़ सकते हैं क्योंकि दलहन, तिलहन एवं कपास की फसलें लम्बे समय तक पानी के जमाव को सहन नहीं कर पाएंगी।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित