iGrain India - जकार्ता । इंडोनेशिया की सरकारी अनाज खरीद एजेंसी- बुलॉग द्वारा चावल खरीद के लिए जारी एक अंतर्राष्ट्रीय टेंडर में वियतनाम एवं म्यांमार के निर्यातकों ने बाजीमार ली जबकि थाईलैंड और पाकिस्तान के निर्यातकों को कोई सफलता नहीं मिल सकी।
वियतनाम के निर्यातकों को सात लॉट में कुल 1.86 लाख टन 5 प्रतिसशत टूटे सफेद चावल की डिलीवरी का कांट्रेक्ट मिला जबकि म्यांमार के निर्यातकों को इसी श्रेणी के 1.35 लाख टन चावल का निर्यात करने का आर्डर प्राप्त हो गया जो पांच लॉट में होगा। थाईलैंड और पाकिस्तान के चावल का ऑफर मूल्य ऊंचा था।
चूंकि भारत से गैर बासमती सफेद चावल का व्यापारिक निर्यात पिछले एक साल से बंद है इसलिए भारतीय निर्यातक इस तरह के टेंडर में भाग लेने से वंचित रह जाते हैं।
निर्यातक सरकार से बार-बार सफेद चावल के निर्यात की अनुमति देने की मांग कर रहे हैं क्योंकि वैश्विक बाजार में इसकी जबरदस्त मांग बनी हुई है लेकिन सरकार लगातार इसे नजरअंदाज करती रही है क्योंकि उसे चावल का घरेलू बाजार भाव बढ़ने का डर है।
व्यापार विश्लेषकों के मुताबिक नए माल की अच्छी आवक होने से वियतनाम में चावल का भाव नीचे आने लगा था लेकिन इंडोनेशियाई टेंडर का परिणाम सामने आने के बाद अब वहां बाजार स्थिर हो जाने की संभावना है।
वियतनामी चावल का भाव प्रतिस्पर्धी एवं आकर्षक होने से उसे बुलॉग द्वारा जारी चावल का अधिकांश टेंडर हासिल करने में सफलता मिल सकती है।
वियतनाम के निर्यातकों ने चावल का निर्यात ऑफर मूल्य काफी नीचे स्तर पर रखा है। बुलॉग ने 12 लॉट में चावल के आयात का टेंडर जारी किया था।
वियतनाम में 1 अगस्त 2024 को 5 प्रतिशत टूटे सफेद चावल का फ्री ऑन बोर्ड निर्यात ऑफर मूल्य गत सप्ताह के मुकाबले 6 डॉलर बढ़कर 540 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गया।