iGrain India - शिकागो । हालांकि अभी तक ला नीना मौसम चक्र के उद्य और आगमन की कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन अल नीनो सॉदर्न ऑसिलेशन (ई इन एस ओ) के हालात को देखते हुए लगता है
कि ला नीना का निर्माण जल्दी ही हो सकता है और यह गेहूं तथा मक्का के वैश्विक बाजार मूल्य में तेजी के लिए एक उत्प्रेरक की भूमिका निभा सकता है। फिलहाल इन दोनों महत्वपूर्ण खाद्यान्न का भाव नरम चल रहा है।
एक अग्रणी रेटिंग एजेंसी के अनुसार वैश्विक बाजार में गेहूं तथा मक्का का दाम घटकर अभी करीब चार साल के निचले स्तर पर आ गया है।
इसकी कीमतों में तेजी-मजबूती का दौर तभी शुरू हो सकता है जब गेहूं एवं मक्का-दोनों अथवा किसी एक वैश्विक उत्पादन में भारी गिरावट आने का संकेत मिलेगा। इसमें ला नीना की भूमिका महत्वपूर्ण रह सकती है।
इस मौसम चक्र से एशिया में तो जोरदार बारिश की उम्मीद रहती है मगर दुनिया के कई अन्य भागों में सूखे का गंभीर संकट भी उत्पन्न हो जाता है।
उत्तरी गोलार्द्ध में शानदार उत्पादन की वजह से गेहूं की कीमतों पर दबाव बना हुआ है जबकि दक्षिणी गोलार्द्ध से नए माल की जोरदार आपूर्ति होने से मक्का के दाम में नरमी का माहौल देखा जा रहा है।
वैसे ब्राजील तथा अर्जेन्टीना जैसे देशों में मक्का का उत्पादन उम्मीद से कम होने की संभावना है मगर आपूर्ति का दबाव बाजार को ज्यादा ऊपर नहीं उठने देगा।
शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड (सीबोट) में गेहूं का बेंचमार्क वायदा मूल्य फिलहाल घटकर 5.24 डॉलर प्रति बुशेल (192.53 डॉलर प्रति टन) तथा मक्का का वायदा भाव 3.80 डॉलर प्रति बुशेल (149.59 डॉलर प्रति टन) पर आ गया है।
पिछले साल की तुलना में इन दोनों जिंसों का भाव अभी 20 प्रतिशत से भी ज्यादा नीचे चल रहा है। इससे पूर्व 2022-23 के सीजन में जब ला नीना मौसम चक्र का प्रकोप रहा था तब अमरिका में गत वर्ष के मुकाबले गेहूं के उत्पादन में 9.5 प्रतिशत तथा मक्का की पैदावार में 9.1 प्रतिशत की गिरावट आ गई थी।