iGrain India - सस्काटून । कनाडा के सबसे प्रमुख कृषि उत्पादक प्रान्त- सस्कैचवान में तापमान बढ़ने तथा मौसम साफ होने से न केवल विभिन्न फसलों का तेजी से विकास हो रहा है बल्कि किसानों को उसकी कटाई-तैयारी की रफ्तार बढ़ाने का अवसर भी मिल रहा है।
वहां अगैती बिजाई वाली फसल की कटाई-तैयारी पहले ही शुरू हो चुकी है और अब इसकी गति तेज होती जा रही है।
उल्लेखनीय है कि सस्कैचवान कनाडा में गेहूं, कैनोला, मसूर एवं मटर का सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य है और भारत में वहां से मसूर तथा मटर का आयात बड़े पैमाने पर होता है।
लेकिन खेतों की मिटटी में नमी का अंश घटने से कई फसलों की औसत उपज दर में गिरावट आने आशंका बनी हुई है। अब यदि वहां बारिश होती है तो भी फसलों को कोई खास फायदा नहीं होगा लेकिन पिछैती बिजाई वाली फसल को कुछ राहत मिल सकती है।
वैसे साफ एवं गर्म मौसम से कुछ क्षेत्रों में किसानों को पकी हुई फसलों की कटाई की रफ्तार बढ़ाने में अच्छी सहायता मिल रही है।
सस्कैचवान प्रान्त में 5 अगस्त तक 2 प्रतिशत क्षेत्र में फसलों की कटाई हुई थी जो पंचवर्षीय एवं 10 वर्षीय औसत कटाई के बराबर ही है।
राज्य के दक्षिण-पचिमी भाग में कटाई की गति सबसे तेज है। वहां 4 प्रतिशत क्षेत्र में फसल काटी जा चुकी थी। दक्षिणी पूर्वी मध्य-पूर्वी भाग में 1-1 प्रतिशत फसल की कटाई होने की सूचना है जबकि अन्य इलाकों में कटाई अभी शुरू नहीं हुई है। वैसे वहां भी फसलें पकने लगी है और किसानों ने उसकी कटाई के लिए आवश्यक तैयारी आरंभ कर दी है।
सस्कैचवान में राई तथा शीतकालीन गेहूं की क्रमश: 15 प्रतिशत एवं 12 प्रतिशत फसल की कटाई पूरी हो चुकी है जबकि मटर की 9 प्रतिशत तथा मसूर की 8 प्रतिशत फसल काटी गई है।
चालू माह के तीसरे-चौथे सप्ताह से विभिन्न फसलों की कटाई की गति तेज हो जाएगी लेकिन यदि इस बीच बारिश हो गई तो खेतों में कम्बाइन मशीनों (हार्वेस्टर्स) को चलाना मुश्किल हो जाएगा।