📈 क्या आप 2025 में निवेश के बारे में गंभीर होंगे? InvestingPro पर 50% छूट के साथ पहला कदम उठाएँऑफर क्लेम करें

वैश्विक खाद्यान्न बाजार में एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता के तौर पर भारत की हैसियत घटी

प्रकाशित 16/08/2024, 09:16 pm
वैश्विक खाद्यान्न बाजार में एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता के तौर पर भारत की हैसियत घटी
ZW
-
ZC
-
DCCc1
-
DCOSc1
-

iGrain India - नई दिल्ली । घरेलू प्रभाग में आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ाने तथा कीमतों में तेजी पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार ने 100 प्रतिशत टूटे चावल, गैर बासमती सफेद चावल, गेहूं तथा इसके मूल्य संवर्धित उत्पादों के व्यापारिक निर्यात पर प्रतिबंध लगा रखा है जिससे वैश्विक खाद्यान्न बाजार में एक महत्वपूर्ण आपूर्तिकर्ता देश के रूप में भारत की हैसियत काफी घट गई है।

यह सही है कि इन उपायों के जरिए सरकार ने देश में चावल तथा गेहूं के आयात की संभावना को काफी हद तक समाप्त कर दिया मगर साथ ही साथ निर्यात मोर्चे पर भारत की स्थिति काफी कमजोर भी पड़ गई। 

चावल और गेहूं के साथ भारत से पिछले कुछ वर्षों के दौरान मक्का के निर्यात में भी अच्छी बढ़ोत्तरी हुई मगर घरेलू मांगे एवं जबरदस्त बढ़ोत्तरी होने तथा कीमत उछलने से न केवल इस वर्ष निर्यात बुरी तरह प्रभावित हो रहा है बल्कि विदेशों से मक्का के भारी आयात की आवश्यकता भी पड़ रही है।

टैरिफ रेट कोटा (टीआरक्यू) प्रणाली के तहत सरकार ने रियायती शुल्क पर 5 लाख टन गैर जीएम मक्का के आयात की अनुमति दे रखी है।

अमरीकी कृषि विभाग (उस्डा) के अनुसार घरेलू प्रभाग में आपूर्ति की स्थिति बेहतर रखने की नीति को प्राथमिकता दिए जाने के कारण पिछले तीन वर्षों से खाद्यान्न के निर्यात में भारत की भूमिका सीमित होती जा रही है।

वर्ष 2020-21 से 2023-24 के दौरान भारत से मक्का के निर्यात में 86 प्रतिशत गेहूं के शिपमेंट में 90 प्रतिशत तथा चावल के निर्यात में 20 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

वर्ष 2021-22 के मार्केटिंग सीजन में भारत से खाद्यान्न का रिकॉर्ड निर्यात हुआ था जिसके मुकाबले शिपमेंट की मात्रा घटकर अब करीब आधी रह गई है। 

मक्का की खपत पहले पॉल्ट्री फीड एवं स्टार्च निर्माण में ज्यादा होता था जो अपनी जगह बरकरार है। इसके साथ अब एथनॉल उत्पादन में मक्के की मांग तेजी से बढ़ती जा रही है जिससे न केवल कीमतों में भारी तेजी का माहौल बन गया है बल्कि निर्यात योग्य स्टॉक में भी काफी कमी आ गई है।

सफेद गैर बासमती चावल एवं गेहूं के व्यापारिक निर्यात पर पूरी तरह प्रतिबंध लागू होने से निर्यात मोर्चे पर भारत की हैसियत बहुत कमजोर पड़ गई है। वैसे प्रतिबंधों के बावजूद भारत अब भी दुनिया में चावल का सबसे प्रमुख निर्यातक देश बना हुआ है। 

एपीडा के आंकड़ों से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान भारत से गैर बासमती बासमती का निर्यात तेजी से बढ़कर 177.80 लाख टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था जो वित्त वर्ष 2023-24 में घटकर 111.60 लाख टन पर सिमट गया।

इसी तरह गेहूं का निर्यात 72.30 लाख टन के रिकॉर्ड स्तर से लुढ़ककर 1.90 लाख टन तथा मक्का का निर्यात 36.40 लाख टन से गिरकर 14.40 लाख टन अटक गया। 2024-25 के वित्त वर्ष में भी निर्यात घटने की संभावना है। 

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2025 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित