iGrain India - ब्रिसबेन । ऑस्ट्रिेलिया के क्वींसलैंड प्रान्त से चना की नई फस की शिपिंग के लिए योजना तैयार की जा रही है। वहां स्थानीय बाजार में चना का कारोबार बढ़ने लगा है और दाम में भी कुछ तेजी आने लगी है। चना की अपनी नई फसल सितम्बर के अंत में आनी शुरू हो सकती है।
दूसरी ओर मसूर की कीमतों पर दबाव देखा जा रहा है क्योंकि दक्षिण एशिया के लिए कनाडा का ऑफर ज्यादा आकर्षक हो गया है।
ऑस्ट्रेलिया में मसूर का पुराना स्टॉक काफी घट गया है जबकि वहां उत्पादक अपनी अगली नई फसल की अग्रिम बिक्री का अनुबंध करने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।
इसका कारण यह है कि एक तो मसूर का बाजार भाव घट गया है और दूसरे, कुछ इलाकों में फसल की उपज दर के प्रति चिंता बनी हुई है।
जहां तक फसल की स्थिति का सवाल है तो विक्टोरिया प्रान्त में मसूर एवं फाबा बीन्स की हालत संतोषजनक है जबकि न्यू साउथ वेल्स में चना एवं फाबा बिन्स फसल की उपज दर सामान्य औसत से बेहतर होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
(क्वींसलैंड) प्रान्त में भी चना फसल की हालत काफी अच्छी है। कुल मिलाकर चना का उत्पादन बढ़ने के आसार हैं।
लेकिन मसूर की फसल साउथ ऑस्ट्रेलिया प्रान्त में कमजोर बताई जा रही है। वहां बारिश की कमी से कुछ जिलों में उपज दर प्रभावित होने की आशंका है।
यदि सितम्बर-अक्टूबर में गहरे धुंध एवं कोहरा का प्रकोप रहता है, दिन का तापमान ऊंचा रहता है तथा बारिश सामान्य औसत से कम होती है तो मसूर की फसल को गंभीर खतरा हो सकता है।
ब्रिसबेन बंदरगाह पर अक्टूबर-नवम्बर शिपमेंट के लिए नए ऑस्ट्रेलियाई चना का ऑफर मूल्य मध्य जुलाई से अब तक करीब 50 डॉलर प्रति टन बढ़ चुका है। जनवरी 2025 तक के लिए करीब 5 लाख टन की बुकिंग हो जाने की खबर है।