iGrain India - साओ पाउओ । दुनिया में चीनी के सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश- ब्राजील में गन्ना की जोरदार क्रशिंग जारी है लेकिन वहां कुछ ऐसी घटनाएं हो रही है जिससे चीनी का उत्पादन प्रभावित हो सकता है।
इस लैटिन अमरीकी देश के जंगलों में भीषण आग लगी हुई है जिससे साओ पाउओ प्रान्त में गन्ना की फसल पर असर पड़ने लगा है। गया हो कि साओ पाउलो ब्राजील में चीनी का सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य है।
साओ पाउलो सहित अन्य निकटवर्ती गन्ना उत्पादक प्रांतों में बिगड़ती स्थिति के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चीनी का भाव तेज हो गया है।
अक्टूबर अनुबंध के लिए न्यूयार्क एक्सचेंज में कच्ची चीनी के वायदा मूल्य में 0.56 सेंट प्रति पौंड (2.94 प्रतिशत) तथा लंदन एक्सचेंज में सफेद चीनी के वायदा भाव में 22.30 डॉलर प्रति टन या 4.24 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो गई। इससे पूर्व कच्ची चीनी का वायदा भाव 28 अगस्त को पिछले पांच सप्ताह के शीर्ष स्तर पर पहुंच था।
एक उद्योग संगठन के अनुसार जंगल में लगी आग के कारण साओ पाउलो प्रान्त में करीब 60 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ना की फसल प्रभावित हुई है।
इससे गन्ना की पैदावार में 50 लाख टन तक गिरावट आने की आशंका है। ब्राजील में करीब 90 प्रतिशत चीनी का उत्पादन मध्य दक्षिणी में होता है जबकि करीब 60 प्रतिशत उत्पादन अकेले साओ पाउलो प्रान्त करते है।
उद्योग-व्यापार क्षेत्र गन्ना की फसल को हो रहे नुकसान का आंकलन करने में जुटा हुआ है। एक विश्लेषक के अनुसार यह देखना आवश्यक होगा कि गन्ना की फसल को कितनी क्षति हुई है।
इसके आंकलन में समय लगेगा। लेकिन यदि ब्राजील में गन्ना और चीनी के उत्पादन में भारी गिरावट की आशंका पैदा हुई तो वैश्विक बाजार पर इसका निश्चित रूप से असर पड़ेगा क्योंकि भारत से चीनी का व्यापारिक निर्यात पहले से ही बंद है।