साइबर मंडे डील: 60% तक की छूट InvestingProसेल को क्लेम करें

लीला एंबियंस होटल परियोजना: एंबियंस ग्रुप के अध्यक्ष ने लगाया बैंकों को करोड़ों रुपये का चूना

प्रकाशित 23/04/2022, 09:22 pm
लीला एंबियंस होटल परियोजना: एंबियंस ग्रुप के अध्यक्ष ने लगाया बैंकों को करोड़ों रुपये का चूना

नयी दिल्ली, 23 अप्रैल (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय की जांच से पता चला है कि एंबियंस ग्रुप ने राष्ट्रीय राजधानी के शाहदरा इलाके में बनी लीला एंबियंस होटल परियोजना में निर्धारित 462 करोड़ रुपये का योगदान नहीं दिया है जबकि उसने इसी शर्त के साथ जम्मू कश्मीर बैंक की अगुवाई वाले कंसर्टियम से 810 करोड़ रुपये का ऋण प्राप्त किया था।एंबियंस ग्रुप की इस परियोजना की कुल लागत 1,272 करोड़ रुपये है, जिसमें 462 करोड़ रुपये का निवेश खुद ग्रुप को करना था और शेष 810 करोड़ रुपये बैंक कंसर्टियम से ऋण के रूप में लिया गया था।

इस बात का खुलासा एंबियंस ग्रुप के अध्यक्ष राज सिंह गहलोत की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान हुआ। गहलोग गत साल जुलाई से जेल में बंद हैं। उन्हें ईडी ने मनी लॉिंन्ंड्रग के मामले में गिरफ्तार किया है।

जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान यह पता चला कि एंबियंस ग्रुप ने ऋण प्राप्ति की जरूरी शर्त भी नहीं मानी और साथ ही बैंक से प्राप्त धन राशि कागजी कंपनियों के माध्यम से हेरफेर कर दीं।

यह सारा मामला 2006 से शुरू हुआ, जब एंबियंस ग्रुप की इकाई अमन हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने दिल्ली विकास प्राधिकरण से नीलामी में शाहदरा की कमर्शियल जमीन खरीदी। यह जमीन होटल बनाने के उद्देश्य के साथ ली गयी थी।

तकनीकी विश्लेषण के बाद इस परियोजना में 867 करोड़ रुपये लागत का अनुमान किया गया, जिसमें से 287 करोड़ रुपये प्रमोटर को देने थे और शेष 580 करोड़ रुपये बैंकों से ऋण के रूप में लेना था।

इसी विश्लेषण को लेकर एंबियंस ग्रुप 2009 में जम्मू कश्मीर बैंक की अंसल प्लाजा स्थित शाखा में पहुंचा। उसने उस वक्त 75 करोड़ रुपये का ऋण मांगा। बैंक गारंटी के रूप में 15 करोड़ रुपये की राशि थी।

बाद में एंबियंस ग्रुप ने अपनी रणनीति बदल दी। उसने निर्णय लिया कि अब दो छोटे होट बनाने के जगह एक बड़ा लग्जरी होटल बनाया जायेगा। इसके कारण लागत भी बढ़ गयी। इसके लिये फिर ग्रुप बैंक के पास गया।

अब बजट 1,272 करोड़ रुपये का था, जिसमें से प्रमोटर को 462 करोड़ रुपये लगाने थे और 810 करोड़ रुपये जम्मू कश्मीर की अगुवाई वाले बैंक कंसर्टियम ने दिये।

कंपनी ने जब ऋण राशि नहीं चुकायी तो कंसर्टियम ने ऋण का पुनर्गठन किया लेकिन फिर भी कंपनी डिफॉल्टर ही बनी रही। इसके कारण जम्मू कश्मीर बैंक ने कंपनी के खाते को 2018 में गैर निष्पादित परिसंपत्ति के रूप में घोषित कर दिया।

ईडी का कहना है कि 810 करोड़ रुपये में से 781 करोड़ रुपये की हेरफेर की गयी। इस राशि को 25 पार्टियों ने रिसीव किया, जो करार में शामिल भी नहंी थीं। उन्होंने इसे दो कंपनियों को ट्रांसफर किया, जिन्होंने आगे इसे एंबियंस ग्रुप की कंपनियों में ट्रांसफर कर दिया। वहां इस पैसे का इस्तेमाल ग्रुप के कर्ज चुकाने और अध्यक्ष, उसके परिवार और मित्रों के खर्च के मद में किया गया।

एंबियंस ग्रुप का जबकि कहना है कि ऋण राशि मिलने से पहले ही प्रमोटर्स ने 267.33 करोड़ रुपये होटल निर्माण में लगाये थे। इस होटल में 480 कमरे हैं, जो दस लाख वर्ग फुट में बने हैं। इसके अलावा 30,000 वर्गफुट का बैंक्वे ट हॉल बना हुआ है। होटल शुभारंभ के बाद से ही पूरी तरह काम कर रहा है।

ग्रुप का कहना है कि होटल भी बनकर तैयार हो गया और होटल संचालन में भी है, जिससे पता चलता है कि पैसों की कोई हेराफेरी नहंी हुई है।

अदालत ने लेकिन कहा कि पीएमएल के अनुच्छेद एक के मानकों के अनुसार इस बात के कोई सबूत नहीं मिलते हैं कि एंबियंस ग्रुप पैसों की हेराफेरी में शामिल नहीं है। प्रथम दृष्टतया इन आरोपों को देखकर यह नहीं कहा जा सकता है कि आरोपी जमानत पर रिहा होने के बाद ऐसा अपराध नहीं करेंगे। इसी कारण गहलोत की जमानत याचिका खारिज की जाती है।

--आईएएनएस

एकेएस/एएनएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित