iGrain India - कुआलालम्पुर । पिछले साल आए अल नीनो मौसम चक्र के प्रकोप के बावजूद चालू वर्ष के दौरान मलेशिया में पाम तेल का शानदार उत्पादन होने के संकेत मिल रहे हैं और साल के अंत तक कुल उत्पादन बढ़कर 190 लाख टन से ऊपर पहुंच जाने का अनुमान है जो वर्ष 2000 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर होगा।
मलेशिया के बागान एवं जिंस (प्लांटेशन एंड कॉमोडिटीज) मंत्री का कहना है कि जनवरी से अगस्त 2024 के आठ महीनों के दौरान देश में करीब 126 लाख टन पाम तेल का उत्पादन हुआ जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 10.2 प्रतिशत अधिक रहा। सितम्बर से दिसम्बर 2024 के दौरान प्रति माह औसतन 17-18 लाख टन पाम तेल का उत्पादन होने का अनुमान है।
उद्योग-व्यापार समीक्षकों ने सितम्बर के आधिकारिक उत्पादन अनुमान 18.94 लाख टन से करीब 2 प्रतिशत कम है यदि यह सिलसिला जारी रहेगा तो दिसम्बर 2024 तक वहां पाम तेल का कुल उत्पादन बढ़कर 200 लाख टन के आसपास पहुंच सकता है।
बागान मंत्री के मुताबिक भारत में खाद्य तेलों पर आयात शुल्क में हुई बढ़ोत्तरी तथा घरेलू उत्पादन में हो रही वृद्धि का मलेशियाई पाम तेल के निर्यात प्रदर्शन तथा बेंचमार्क वायदा मूल्य पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
हकीकत तो यह है कि क्रूड पाम तेल का वायदा भाव बढ़कर 4000 रिंगिट प्रति टन से ऊपर पहुंच गया है। जनवरी 2025 की डिलीवरी के लिए पिछले दिन इसका बेंचमार्क वायदा मूल्य 4226 रिंगिट प्रति टन पर पहुंच गया था।
ध्यान देने वाली बात है कि मलेशिया दुनिया में पाम तेल का दूसरा सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है और वहां से पाम तेल उत्पादकों का सर्वाधिक निर्यात भारत को किया जाता है।