iGrain India - साप्ताहिक समीक्षा-गेहूं दिल्ली में गेहूं का भाव 3000 रुपए के पार- अन्य मंडियों में भी सुधार नई दिल्ली। आपूर्ति का ऑफ सीजन शुरू होने, मिलर्स- प्रोसेसर्स की मांग मजबूत रहने तथा सरकारी स्टॉक के बाजार में नहीं उतरने से 5-11 अक्टूबर वाले सप्ताह के दौरान गेहूं के थोक मंडी भाव में आमतौर पर 25-50 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी देखी गई जबकि कहीं-कहीं कीमतों में थोड़ी नरमी भी आई। दिल्ली दिल्ली में समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान यूपी एवं राजस्थान में गेहूं का दाम 20 रुपए सुधरकर 3000/3030 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। लम्बे अरसे के बाद यह भाव 3000 रुपए प्रति क्विंटल से ऊपर पहुंचा है। दिल्ली में गेहूं की आवक भी बढ़ रही है। 5 अक्टूबर को महज 4000 बोरी की आवक हुई थी जो 10 अक्टूबर को बढ़ाकर 13,500 बोरी पर पहुंच गई। गुजरात में गेहूं का दाम स्थिर तथा मध्य प्रदेश के इंदौर में 50 रुपए एवं खंडवा में 100 रुपए कमजोर रहा। दूसरी ओर यह हरदा में 50 रुपए तथा इटारसी में 25 रुपए सुधर गया। राजस्थान राजस्थान में गेहूं के दाम में 30-35 रुपए की वृद्धि दर्ज की गई जबकि उत्तर प्रदेश में भी इसमें कुछ सुधार दर्ज किया गया। महाराष्ट्र की जालना मंडी में गेहूं का भाव 100 रुपए की वृद्धि के साथ 2600/3300 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा। भाव गेहूं का भाव तमाम मंडियों में सरकारी समर्थन मूल्य (2275 रुपए प्रति क्विंटल) से ऊंचा चल रहा है जिससे किसानों को इस बार रबी सीजन में इसका बिजाई क्षेत्र बढ़ाने का प्रोत्साहन मिल सकता है। यदि न्यूनतम समर्थन मूल्य में पिछले साल के समान इजाफा किया गया तो 2024-25 सीजन के लिए यह 2400 रुपए प्रति क्विंटल से ऊपर पहुंच सकता है। 2023-24 के सीजन में मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में गेहूं पर न्यूतनम समर्थन मूल्य से ऊपर 125 रुपए प्रति क्विंटल का अतिरिक्त बोनस दिया था। यह देखन दिलस्चप होगा कि चालू सीजन में उसे बरकरार रखने की घोषणा होती है या नहीं। केन्द्र सरकार ने फिलहाल खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत अपने स्टॉक से गेहूं बेचने की संभावना से इंकार किया है।