iGrain India - उत्पादक केन्द्रों पर धनिया की बिजाई शुरू : दूसरे वर्ष भी बिजाई घटने की संभावना नई दिल्ली। धनिया की कीमतों में मंदी का दौर बना रहने के कारण संभावना व्यक्त की जा रही है कि दूसरे वर्ष भी देश में धनिया के बिजाई क्षेत्रफल में गिरावट आएगी। क्योंकि उत्पादकों को गेहूं, चना आदि की कीमतें अधिक मिलने के कारण किसान धनिया की बिजाई कम क्षेत्रफल पर करेगा। धनिया का मुख्यत: उत्पादन मध्य प्रदेश, गुजरात एवं राजस्थान में होता है। बिजाईजानकार सूत्रों का कहना है कि उत्पादक केन्द्रों पर छिटपुट बिजाई का कार्य शुरू हो गया है दीपावली पश्चात बिजाई गति पकड़ेगी। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष भी किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य न मिलने के कारण देश में धनिया के बिजाई क्षेत्रफल में गिरावट आई थी। वर्ष 2023 के दौरान देश में धनिया की बिजाई 4195 लाख हेक्टेयर पर की गई थी जोकि वर्ष 2024 में घटकर 3.64 लाख हेक्टेयर की रही। अभी तक मिल रहे समाचारों के अनुसार बिजाई 10/15 प्रतिशत कम रहने की संभावना है। गुजरात एवं मध्य प्रदेश में धनिया बिजाई का कार्य शुरू हो चुका है जबकि राजस्थान में बिजाई का कार्य दीपावली पश्चात शुरू होगा। कीमतों में गिरावट चालू सप्ताह के दौरान धनिया की कीमतों में गिरावट बनी रही। क्योंकि हाजिर एवं निर्यात व्यापार सिमित रहा। जबकि गुजरात की मंडियों में धनिया की आवक पूर्व सप्ताह की तुलना में अधिक रही। हालांकि मध्य प्रदेश एवं राजस्थान की मंडियों में आवक सीमित रही। क्योंकि मंडियों में मक्का एवं सोयाबीन की आवक बढ़ने लगी है जबकि धनिया की घटने लगी है। वायदा बाजार में भी भाव मंदे रहे। वायदा बाजार में नवम्बर माह का धनिया 7490 रुपए खुलने के पश्चात सप्ताह के अंत में 7264 रुपए पर बंद हुआ है दिसम्बर माह का धनिया 7732 रुपए खुलने के पश्चात 7498 रुपए पर बंद हुआ। वायदा के मंदे समाचार एवं लोकल घटती मांग के कारण हाजिर बाजारों में धनिया की कीमतें 100/200 रुपए प्रति क्विंटल मंदे के साथ बोली गई। सुधर सकते हैं भाव जानकार व्यापारियों का कहना है कि दीपावली पश्चात धनिया की कीमतों में सुधार संभव है। क्योंकि किसान धनिया की बिजाई में व्यस्त हो जाने के कारण मंडियों में धनिया की दैनिक आवक घट जाएगी। साथ ही कमजोर बिजाई की संभावना के चलते कीमतों में तेजी संभव है। भाव काफी घट जाने के कारण वायदा बाजार में भी आगामी सप्ताह से कीमतों में सुधार संभव है। सूत्रों का मानना है कि आगामी दिनों में धनिया की कीमतों में 8/10 रुपए प्रति किलो की तेजी संभव है क्योंकि नए मालों की आवक 4/5 माह पश्चात शुरू होगी। वर्तमान में उत्पादक केन्द्रों की मंडियों पर धनिया के बादामी एवं ईगल क्वालिटी का भाव 6500/7500 रुपए बोला जा रहा है। आयात देश में धनिया का पर्याप्त उत्पादन होने के बावजूद आयातक विदेशों से धनिया का आयात करते हैं। जोकि धनिया व्यापार के लिए अच्छा संकेत नहीं है। हालांकि आयातित माल की क्वालिटी हल्की होने के कारण यह आयातित माल मिक्सिंग में जाता है। और अधिकांश माल की खपत बंगाल, बिहार आदि राज्यों में होती है। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023-24 में 28828 टन धनिया का आयात किया गया। जबकि वर्ष 2022-23 में आयात 31383 टन का रहा था। निर्यात एवं आय में कमी चालू वित्त वर्ष 2024-25 के प्रथम चार माह में धनिया निर्यात 65 प्रतिशत घटा है। आय में भी 55 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-जुलाई 2024 के दौरान 21074.79 टन का धनिया का निर्यात किया गया और 21604 लाख रुपए की आय प्राप्त हुई। जबकि अप्रैल-जुलाई- 2023 के दौरान 59647.21 टन धनिया का निर्यात किया गया। और 47634 लाख रुपए की आय हुई। अभी तक के निर्यात प्रदर्शन को देखते हुए संभावना व्यक्त की जा रही है कि वर्ष 2024-25 (अप्रैल-मार्च) के दौरान धनिया निर्यात में गिरावट आएगी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2023-24 के दौरान धनिया का रिकॉर्ड निर्यात 108624 टन का रहा था। जबकि वर्ष 2022-23 में निर्यात 54481 एवं वर्ष 2021-22 में निर्यात 48656 टन का हुआ था।