🥇 निवेश का पहला नियम? जानें कब बचत करनी है! ब्लैक फ्राइडे से पहले InvestingPro पर 55% तक की छूटसेल को क्लेम करें

चीनी का एमएसपी नहीं बढ़ाने पर गन्ना की क्रशिंग में हो सकती है देर

प्रकाशित 28/10/2024, 10:07 pm
चीनी का एमएसपी नहीं बढ़ाने पर गन्ना की क्रशिंग में हो सकती है देर
CL
-

iGrain India - कोल्हापुर । महाराष्ट्र की 122 प्राइवेट चीनी मिलों की महत्वपूर्ण संस्था- वेस्ट इंडिया शुगर मिल्स एसोसिएशन (विस्मा) ने केन्द्र सरकार को आगाह किया है कि यदि चीनी के एक्स फैक्टरी न्यूनतम बिक्री मूल्य (एमएसपी) तथा एथनॉल के खरीद मूल्य में जल्दी से जल्दी बढ़ोत्तरी की घोषणा नहीं की गई तो उसे अपने सदस्यों (चीनी मिलों) में गन्ना की क्रशिंग प्रक्रिया में विलम्ब करने के लिए कहना पड़ेगा। 

उल्लेखनीय है कि हाल ही में केन्द्र स्तर पर मंत्रियों के एक समूह की बैठक हुई थी जिसमें चीनी का (एमएसपी) नहीं बढ़ाने का निर्णय लिया गया था क्योंकि इसका खुदरा बाजार भाव पहले से ही 42-43 रुपए प्रति किलो के उच्च स्तर पर चल रहा है।

सरकार को आशंका है कि एमएसपी बढ़ाने पर खुदरा मूल्य में और भी वृद्धि हो जाएगी जिससे आम उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ेगी। ज्ञात हो कि एमएसपी वह मूल्य है जिससे नीचे मिलर्स अपनी चीनी की बिक्री नहीं कर सकते हैं। इसे फैक्टरी गेट मूल्य भी कहा जाता है। 

लेकिन विस्मा ने सरकार से क्रशिंग सीजन वास्तविक रूप से आरंभ होने से पूर्व चीनी का एमएसपी बढ़ाने की जोरदार मांग की है और इस सम्बन्ध में केन्द्र सरकार को पत्र भी भेजा है।

विस्मा के अध्यक्ष ने कहा है कि केन्द्र सरकार गन्ना के उचित एवं लाभकारी मूल्य (एफआरपी) से पांच बार बढ़ोत्तरी कर चुकी है लेकिन पिछले पांच साल से चीनी के एमएसपी में कोई वृद्धि नहीं हुई है।

इसी तरह तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) के लिए एथनॉल के खरीद मूल्य में भी पिछले दो साल से कोई इजाफा नहीं किया गया है जबकि चीनी एवं एथनॉल का लागत खर्च काफी बढ़ चुका है।

मिलर्स को क्रशिंग के 15 दिन के अंदर गन्ना के मूल्य का भुगतान करना अनिवार्य बना दिया गया है अन्यथा मिल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जा सकती है।

इससे बेहतर है कि चीनी मिलें गन्ना की क्रशिंग शुरू ही न करें। संस्था की सदस्य इकाइयों से कहा जाएगा कि जब तक सरकार इन दोनों मांगों को स्वीकार नहीं कर लेती तब तक गन्ना फसल की कटाई-तैयारी एवं क्रशिंग आरंभ न करें। वैसे महाराष्ट्र सरकार ने चीनी मिलों को 15 नवम्बर से गन्ना की पेराई शुरू करने की अनुमति प्रदान की है।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित