iGrain India - नई दिल्ली । वैश्विक बाजार में सफेद चावल की भांति सेला चावल का दाम भी पिछले दो सप्ताहों के दौरान नरम पड़ा है। इसका निर्यात ऑफर मूल्य समीक्षाधीन अवधि के दौरान थाईलैंड में 100 प्रतिशत सॉर्टेक्स श्रेणी के लिए 561 डॉलर प्रति टन से घटकर 522 डॉलर प्रति टन, पाकिस्तान में 500-504 डॉलर से फिसलकर 493-497 डॉलर प्रति टन तथा भारत में 490-494 डॉलर से गिरकर 439-443 डॉलर प्रति टन रह गया।
इसी तरह कंटेनरों में गैर बासमती सफेद चावल का निर्यात ऑफर मूल्य भी घट गया है। एग्रीकल्चरल कॉमोडिटी एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (एसीईए) के अध्यक्ष के अनुसार वियतनाम को कंटेनरों में सफेद चावल के निर्यात शिपमेंट का मूल्य 495 डॉलर प्रति टन से घटकर 475 डॉलर प्रति टन पर आ गया है। इसमें शिपमेंट खर्च भी शामिल है।
डॉलर की मजबूती एवं कंटेनरों के किराए में कमी से अभी चावल आयातकों को काफी राहत मिल रही है। दरअसल कंटेनरों में शिपमेंट कम हो रहा है इसलिए इसके किराया भाड़ा में गिरावट आ गई है।
कुछ मामलों में तो किराया में 100 डॉलर तक की गिरावट देखी जा रही है। कहीं-कहीं यह 50 डॉलर के किराए पर भी उपलब्ध है। लेकिन पिछले सप्ताह निर्यात कारोबार की गति कुछ धीमी पड़ गई क्योंकि व्यापारी कीमतों में गिरावट की हद को देखने के लिए प्रतीक्षा कर रहे हैं।
वैसे आयातक देशों में चावल की अच्छी मांग बनी हुई है और बाजार अपना स्तर तलाशने का प्रयास कर रहा है जिसे देखते हुए कीमतों में कुछ सुधार आने हैं।
राइस एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा है कि फिलीपींस के आयातक चावल का स्टॉक बढ़ाने के इच्छुक हैं और अब इंडोनेशिया ने भी भारतीय चावल की खरीद के लिए मंजूरी दे दी है। वहां सरकारी एजेंसी- बुलॉग ने जो चावल आयात का टेंडर जारी किया उसमें भारत को भी शामिल होने का आमंत्रण मिला।
बुलॉग के टेंडर में चावल का ऑफर मूल्य (बिड) 450-480 डॉलर प्रति टन के बीच हो सकता है जबकि फिलीपींस के खरीदार 475-480 डॉलर प्रति टन की दर से चावल मंगा रहे हैं जिसमें शिपमेंट खर्च एवं बीमा व्यय भी शामिल है।