iGrain India - शिकागो । रूस-यूक्रेन में मौसम शुष्क रहने तथा यूरोपीय संघ के अनेक सदस्य देशों में अत्यन्त मूसलाधार वर्षा के कारण भयंकर बाढ़ आने से शीतकालीन गेहूं की बिजाई प्रभावित होने की आशंका है।
अमरीका तथा अर्जेन्टीना के कुछ राज्यों में भी मौसम की हालत प्रतिकूल बताई जा रही है। अर्जेन्टीना में गेहूं की नई फसल की कटाई-तैयारी शीघ्र ही शुरू होने वाली है।
हालांकि मौसम की हालत ऑस्ट्रेलिया में भी अनुकूल नहीं है मगर वहां गेहूं की फसल पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ने की आशंका नहीं है और इसकी कटाई-तैयारी आरंभ हो गई है। दिसम्बर में ऑस्ट्रेलिया तथा अर्जेन्टीना दोनों देशों में गेहूं की जोरदार कटाई होने लगेगी।
रूस दुनिया में गेहूं का सबसे प्रमुख निर्यातक तथा चीन और भारत के बाद तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। उसके प्रमुख उत्पादक इलाकों में लम्बे समय से अच्छी वर्षा नहीं हुई है इसलिए शीतकालीन गेहूं की खेती करने वाले किसान काफी चिंतित और परेशान हैं।
हालांकि एक अग्रणी विश्लेषक फर्म ने रूस में गेहूं का कुल उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष के लगभग बराबर ही रहने का अनुमान लगाया है जिसके तहत शीत कालीन फसल का रकबा घटने तथा वसंतकालीन फसल का क्षेत्रफल बढ़ने की संभावना व्यक्त की है लेकिन इसका कुल उत्पादन 815 लाख टन से घटकर 801 लाख टन रह जाने का अनुमान व्यक्त किया है।
विश्लेषकों के अनुसार 2025-26 के मार्केटिंग सीजन में पिछला बकाया स्टॉक सीमित रहेगा जिससे गेहूं का निर्यात घटकर 400 लाख टन से नीचे आ सकता है।
2024-25 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन में रूस से करीब 455-460 लाख टन गेहूं का निर्यात होने की उम्मीद है। रूस में गेहूं का मार्केटिंग सीजन जुलाई में आरंभ होकर जून तक बरकरार रहता है।
रूस के पड़ोसी देश- यूक्रेन में भी गेहूं का उत्पादन 2024-25 सीजन के 218 लाख टन से घटकर 2025-26 के सीजन में 211 लाख टन पर सिमटने का अनुमान है जो पंच वर्षीय औसत उत्पादन 242 लाख टन से काफी कम है। इससे निर्यात में भी कमी आएगी।