iGrain India - साओ पाउलो । लैटिन अमरीकी देश- ब्राजील से वर्ष 2024 के दौरान सोयाबीन डीओसी का निर्णय बढ़कर एक नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाने का अनुमान है।
इससे पूर्व वर्ष 2023 में भी वहां से सोयामील का निर्यात ऐतिहासिक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था। अमरीकी कृषि विभाग (उस्डा) की एक रिपोर्ट के अनुसार 2023-24 के मार्केटिंग सीजन में ब्राजील एक बार फिर दुनिया में सोयामील के दूसरे सबसे प्रमुख निर्यातक देश का दर्जा हासिल करने में कामयाब हो जाएगा।
वर्ष 2022/23 में यह अर्जेन्टीना को पीछे छोड़कर संसार में सोयामील का सबसे प्रमुख निर्यातक देश बन गया था। ज्ञात हो कि परम्परागत रूप से अर्जेन्टीना सोयामील का सबसे बड़ा निर्यातक देश रहा है मगर पिछले साल वहां सोयाबीन के उत्पादन में भारी गिरावट आ गई थी।
उल्लेखनीय है कि ब्राजील दुनिया में सोयाबीन का सबसे बड़ा उत्पादक एवं निर्यातक देश है और वहां से सोयामील के साथ-साथ भारी मात्रा में सोया तेल का भी निर्यात होता है।
एक विश्लेषक फर्म के अनुसार वर्ष 2024 में जनवरी से नवम्बर के 11 महीनों के दौरान ब्राजील से 211.20 लाख टन सोयामील का निर्यात होने की उम्मीद है जबकि पिछले साल वहां से कुल मिलाकर 223.50 लाख टन सोया डीओसी का रिकॉर्ड निर्यात हुआ था।
उस रिकॉर्ड स्तर को पार करने के लिए दिसम्बर में ब्राजील से करीब 12.30 लाख टन सोयामील का शिपमेंट होना आवश्यक है जो ज्यादा मुश्किल नहीं है क्योंकि वहां से वर्ष 2024 के प्रत्येक महीने में इससे ज्यादा सोयामील का निर्यात होता रहा है।
ब्राजील से इस वर्ष प्रत्येक माह औसतन 14-15 लाख टन सोयामील का निर्यात पहली छमाही के दौरान हुआ जबकि दूसरी छमाही में भी इसकी मात्रा कम नहीं हुई।
वहां घरेलू प्रभाग में सोयाबीन का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है और क्रशिंग- प्रोसेसिंग इकाइयों को समुचित मात्रा में इसका स्टॉक हासिल हो रहा है जिससे सोयामील का शानदार उत्पादन जारी है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार (आयातक देशों) में सोयामील की मांग मजबूत बनी हुई है और ब्राजील में इसका दाम भी प्रतिस्पर्धी स्तर पर बरकरार है।