iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों से ज्ञात होता है कि पिछले साल की तुलना में चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान भारत से चावल के निर्यात का प्रदर्शन कमजोर रहा। अप्रैल-सितम्बर 2024 के दौरान देश से 33.63 लाख टन गैर बासमती सेला चावल का निर्यात हुआ जो गत वर्ष से 7.28 लाख टन कम रहा।
हालांकि बासमती चावल का निर्यात इसी अवधि में 4.12 लाख टन की वृद्धि के साथ 27.19 लाख टन पर पहुंचा मगर सेला एवं बासमती से इतर अन्य श्रेणी के साबुत चावल का निर्यात 16.35 लाख टन की जोरदार गिरावट के साथ 4.30 लाख टन पर अटक गया। दूसरी ओर टुकड़ा चावल (ब्रोकन राइस) का निर्यात 5.39 लाख टन बढ़कर 10.34 लाख टन पर पहुंचा।
वित्त वर्ष 2023-24 की सम्पूर्ण अवधि (अप्रैल-मार्च) के दौरान 75.70 लाख टन सेला चावल, 52.42 लाख टन बासमती चावल, 23.59 लाख टन अन्य श्रेणी के चावल तथा 5.45 लाख टन ब्रोकन राइस का निर्यात हुआ था।
जुलाई 2023 में सफेद गैर बासमती चावल के व्यापारिक निर्यात पर प्रतिबंध लग गया मगर सरकारी स्तर पर इसका निर्यात जारी रहा।
इसी तरह टुकड़ी चावल के व्यापरिक निर्यात पर सितम्बर 2022 से ही पाबन्दी लगी हुई है मगर सरकार से सरकार के स्तर पर इसका निर्यात हो रहा है।
सितम्बर 2022 से ही पाबंदी लगी हुई है मगर सरकार से सरकार के स्तर पर इसका निर्यात हो रहा है। सितम्बर 2024 में सफेद चावल का निर्यात दोबारा खोल दिया गया।
इससे पूर्व वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान देश से 78.46 लाख टन सेला चावल, 45.59 लाख टन बासमती चावल, 63.99 लाख टन सफेद चावल तथा 30.49 लाख टन ब्रोकन चावल का शिपमेंट हुआ था
जबकि वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 74.34 लाख टन सेला चावल, 39.44 लाख टन बासमती चावल, 52.20 लाख टन सफेद चावल एवं 38.91 लाख टन ब्रोकन चावल का निर्यात शिपमेंट हुआ था। भारत से सीमित मात्रा में धान के बीज तथा सामान्य श्रेणी के धान का भी निर्यात होता है।