iGrain India - होबार्ट । उत्तरी ऑस्ट्रेलिया के अधिकांश भाग में वर्षा होने से अनाज, दलहन एवं तिलहन फसलों की कटाई-तैयारी थम गई है और इसकी क्वालिटी भी प्रभावित होने की आशंका है।
बारिश की वजह से कृषि उत्पादों के आवागमन पर असर पड़ रहा है। इसके फलस्वरूप कुछ ग्राहकों को अपनी निकटवर्ती जरूरतों को पूरा करने में कठिनाई हो रहे है और दाम भी ऊंचा चुकाना पड़ रहा है।
अब वर्षा का दौर लगभग थम गया है और मौसम साफ होने लगा है जिससे डिलीवरी देने में आसानी हो सकती है। दूसरी ओर देश के दक्षिणी भाग में फसलों की कटाई-तैयारी जोर शोर से हो रही है लेकिन कुछ क्षेत्रों में अत्यन्त गर्म मौसम तथा कहीं-कहीं वर्षा का प्रकोप रहने से फसलों की कटाई की गति कुछ धीमी पड़ गई है।
ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी भाग में किसान मुख्यत: देसी चना तथा दक्षिणी क्षेत्र में कैनोला एवं मसूर की बिक्री को प्राथमिकता दे रहे हैं जबकि अन्य क्षेत्रों में गेहूं तथा जौ का कारोबार बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
तत्काल बिक्री एवं जनवरी के मूवमेंट के लिए फॉरवर्ड बिक्री के तहत गेहूं, जौ एवं ज्वार के दाम में कुछ बदलाव देखा गया। पिछले सप्ताह 14 नवम्बर को जौ का भाव तात्कालिक बिक्री के तहत डाउंस क्षेत्र में 315 डॉलर प्रति टन,
गेहूं का 345 डॉलर तथा ज्वार का 325 डॉलर प्रति टन था जबकि जनवरी एवं उससे आगे (मार्च) के मूवमेंट के लिए यह क्रमश: 320 डॉलर प्रति टन,
345 डॉलर प्रति टन तथा 330 डॉलर प्रति टन दर्ज किया गया। मेलबोर्न में जौ का दाम 320 डॉलर एवं 330 डॉलर प्रति टन तथा सफेद गेहूं का भाव 330 डॉलर और 335 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गया।