iGrain India - सरकारी खरीद से महाराष्ट्र में सुधरने लगा सोयाबीन का भाव नई दिल्ली। हालांकि प्रधानमंत्री की चुनाव घोषणा के अनुरूप महाराष्ट्र में किसानों से 6000 रुपए प्रति क्विंटल की दर से सोयाबीन की खरीद की जानी है लेकिन वहां नई सरकार के गठन में हो रही देरी के कारण फिलहाल 4892 रुपए प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर इसकी खरीद हो रही है। भाव / खरीद चूंकि सोयाबीन का मंडी भाव घटकर काफी नीचे आ गया था इसलिए एमएसपी पर होने वाली खरीद से भी किसानों को काफी राहत मिल रही है। अच्छी बात यह है कि सरकारी खरीद के कारण सोयाबीन का थोक मंडी मूल्य एवं प्लांट डिलीवरी भाव भी 22-28 नवम्बर वाले सप्ताह के दौरान 50-100 रुपए प्रति क्विंटल सुधर गया। लेकिन मध्य प्रदेश में नरमी का माहौल बना रहा। वहां भी सरकारी खरीद हो रही है। केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने 2024-25 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर 33 लाख टन से अधिक सोयाबीन की खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है लेकिन अत्यन्त धीमी रफ्तार को देखते हुए इस लक्ष्य तक पहुंचने में लम्बा समय लग सकता है। सोया तेल (रिफाइंड)सोया रिफाइंड तेल तथा सोया मील का भाव नरम पड़ने से सोयाबीन के दाम पर दबाव पड़ रहा है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोया तेल का भाव हाल के दिनों में 100 डॉलर प्रति टन नीचे आया है जिससे भारत में आयात सस्ता होने की उम्मीद है सोयामील की घरेलू एवं निर्यात मांग सामान्य है मगर कीमतों में तेजी नहीं देखी जा रही है। मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र में सोया रिफाइंड तेल के दाम में 22-28 नवम्बर वाले सप्ताह के दौरान 1 से 3 रुपए प्रति किलो के बीच नरमी रही। इसका भाव कोटा में 15 रुपए, मुम्बई में 10 रुपए, कांडला में 50 रुपए तथा हड़िया में 15 रुपए प्रति 10 किलो घट गया। आवक राष्ट्रीय स्तर पर 22 नवम्बर को 4.85 लाख बोरी, 25 नवम्बर को 6 लाख बोरी, 26 नवम्बर को 6.75 लाख बोरी, 27 को 6.75 लाख बोरी एवं 28 नवम्बर को भी 6.75 लाख बोरी सोयाबीन की आवक हुई। सोया खल (डीओसी)सोया डीओसी के दाम में उतार-चढ़ाव रहा मगर तेजी का रुख नरमी पर हावी देखा गया।